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जीवंती
उट्ठिया
तया
ती '
समं
एगो
वरो
वि
जीविनो
कम्मवस्सो
अव्यय
(जीव) भूकृ 1 / 1
[ ( कम ) - ( वस्स) 5 / 1]
अव्यय
(चउ) 1/2
अव्यय
(वर) 1 / 2
श्रव्यय
(मिल) भूक 1/2 कन्नापाणिग्गहणत्थ- [ ( कन्ना ) + ( पाणिग्गहण ) +
मन्नोन्नं
(त्थं ) + (अन्नोन्नं ) ]
-
[ ( कन्ना) - (पाणिग्गहण ) (प्रत्थ) - (अन्नोन्न) 2 / 1 वि]
(faara) 2/1
( कुण) व 1 / 2
[ ( बालचन्दराय ) - (मंदिर) 7 / 1]
पुणो
चउरो
वि
वरा
एग
मिलिग्रा
(जीव) वकृ 1 / 1
( उट्ठ) भूकृ 1 / 1
श्रव्यय
(ar) 3/1
अव्यय
विवायं
कुता
बालचंदराय मन्दिरे
(एग ) 1/1
(वर) 1/1
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= जीती हुई
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=
= उठी
तब
= उसके
साथ
= एक
==वर
= भी
= जिया
== कर्म के वश से
= फिर
=चारों
=हीं
= वर
= एक-एक करके
= मिल गए
= कन्या से विवाह करने के लिए आपस में
-विवाद - करते हुए
नोट - 1. 'साथ' के योग में तृतीया विभक्ति का प्रयोग किया जाता है ।
प्राकृत अभ्यास सौरभ ]
= बालचन्द राजा के
मन्दिर में
[ 177
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