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11. थुम्वइस्तुति की जाती है। 12. दुब्भइ =दूहा जाता है। 13 दोसइ =देखा जाता है। 14. बज्झइ =बांधा जाता है । 15. भण्णइ कहा जाता है। 16. भुज्जइ = भोगा जाता है। 17. रुभइ =रोका जाता है। 18. रुवइ = रोया जाता है । 19. लगभइ =प्राप्त किया जाता है। 20. लुब्वइ =काटा जाता है। 21. लिब्भइ =चाटा जाता है। 22. बच्चइ = कहा जाता है। 23. विलिपइ = लीपा जाता है। 24. विढप्पइ = उपार्जन किया जाता है। 25. सीसइ कहा जाता है। 26. संपज्जइ प्राप्त किया जाता है। 27. सुब्वइ =सुना जाता है। 28. सिप्पइ =सींचा जाता है। 29. हम्मइ =मारा जाता है । 30. हीरइ =हरण किया जाता है ।
(क) निम्नलिखित कर्मवाच्य के वाक्यों का प्राकृत में अनुवाद कीजिए। अनुवाद में
कर्मवाच्य के अनियमित क्रियारूपों का प्रयोग कीजिए1. मेरे द्वारा स्तुति प्रारम्भ की जाती है। 2. उस महिला के द्वारा व्रत किया जाता है। 3. दोनों भाइयों के द्वारा गड्डा खोदा जाता है। 4. कन्याओं द्वारा गीत सुना जाता है। 5. हमारे द्वारा मुरु से शिक्षा ग्रहण की जाती है । 6. बालक के द्वारा समुद्र का जल डरते हुए छुना जाता है । 7. राजा के द्वारा गांव जीता जाता है । 8. उनके द्वारा मेरा घर जलाया जाता है। 9. योगियों द्वारा संसार का दुःख जाना जाता है। 10. बहिन द्वारा भोजन करने के लिए घर जाया जाता है। 11. मुनियों द्वारा प्रागम जाना जाता है। 12. माता द्वारा पुत्र की अभिलाषा जानी जाती है । 13. महिलाओं द्वारा मुनि की स्तुति की जाती है। 14. उसके द्वारा गाय दूही जाती है। 15. राजा के द्वारा राज्य की शोभा देखी जाती है। 16. मेरे द्वारा रस्सी से गाय बांधी जाती है। 17. श्रमणी के द्वारा व्रत की विधि कही जाती है । 18. राजाओं के द्वारा वैभव मोगा जाता है। 19. माता के द्वारा भागता हुआ पुत्र रोका जाता है । 20. दुःख के कारण मौसी द्वारा रोया जाता है। 21. प्रयास करते हुए मामा द्वारा ज्ञान प्राप्त किया जाता है। 22. बालक के द्वारा मधु चाटा जाता है । 23. महिला के द्वारा वस्त्र काटा जाता है । 24. तुम्हारे द्वारा धन प्राप्त किया
प्राकृत अभ्यास सौरम ]
E 149
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