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अभ्यास-25
(क) निम्नलिखित क्रियानों में विधि कृदन्त के प्रत्यय लगाइए। उनके नपुंसकलिंग
प्रथमा एकवचन के रूप लिखिए
1. हस
2. लज्ज अच्छ
3. कलह 5. घुम 7. उवसम 9 कुद्द
8. थंभ 10. जागर
उदाहरणक्रिया विधि कृदन्त
विधि कृदन्त नपुंसकलिंग प्रथमा एकवचन हसितब्ब/हसिअव्व/हसिदध्व/ हसिअव्वं/हसितव्वं/हसिदव्वं/ह से अव्वं हसे प्रव्व/हसेतव्व/हसेदव/ हसेतव्वं/हसेदव्वं/हसणीयं हसणीय
हस
(ख) निम्नलिखित वाक्यों की प्राकृत में रचना कीजिए। इन वाक्यों को बनाने के
लिए संज्ञा-सर्वनाम में तृतीया एकवचन/बहुवचन का, विधि के भावों को प्रकट करने के लिए विधि कृदन्त के नपुंसकलिंग प्रथमा एकवचन का प्रयोग कीजिए
1. राजा के द्वारा हँसा जाना चाहिए। 2. मित्र के द्वारा प्रसन्न हुअा जाना चाहिए। 3. पुत्र द्वारा सोया जाना चाहिए । 4. राजाओं के द्वारा हंसा जाना चाहिए। 5. मित्रों के द्वारा प्रसन्न हुआ जाना चाहिए । 6. पुत्रों के द्वारा सोया जाना चाहिए। 7. राज्य द्वारा लड़ा जाना चाहिए । 8. विमान द्वारा उड़ा जाना चाहिए। 9. राज्यों द्वारा लड़ा जाना चाहिए। 10 माता द्वारा खुश
नोट-इस अभ्यास-25 को हल करने के लिए 'प्राकृत रचना सौरभ' के पाठ 49
का अध्ययन कीजिए।
प्राकृत अभ्यास सौरभ ]
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