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(1) मेहा............ (पसर- भविष्यत्काल में)। (2) कूवा............."(सुक्क- भविष्यत्काल में)। (3) दुहो............."(रणस्स-विधि एवं प्राज्ञा में)। (4) पुत्तो..............."(जग्ग-वर्तमानकाल में)। (5) घरो.............""(पड-भूतकाल में) । (6) हुअवो ........."(जल-भविष्यत्काल में)। (7) आगमा...........(सोह-वर्तमानकाल में)। (8) भवो............"(खय-भविष्यत्काल में)। (9) बप्पो............ (उज्जम-विधि एवं आज्ञा में)। (10) रक्खण"""""""""(जुज्झ-भविष्यत्काल में)।
5. निम्नलिखित वाक्यों की प्राकृत में रचना कीजिए
(क) (1) कुत्ता डरकर रोता है/रोया । (2) पिता हँसकर जीता है। (3) राजा प्रसन्न होकर उठते हैं/उठे। (4) सर्प डरकर भागते हैं। (5) ससुर रूसकर भिड़ता है । (6) रत्न पड़कर टूटता है/टूटा । (7) पिता जागकर बैठता है।
(ख) (1) पिता हंसने के लिए जीवे । (2) पोता नाचने के लिए उठे। (3) अग्नि नष्ट होने के लिए जले। (4) दादा घूमने के लिए उठे । (5) पानी सूखने के लिए झरे । (6) मित्र प्रसन्न होने के लिए खेले खेला। (7) सूर्य शोभने के लिए उगे ।
(ग) (1) पुत्र कलह करके शरमायेगा। (2) मित्र प्रसन्न होने के लिए जीवेगा । (3) ऊँट थकने के लिए नाचेगा। (4) घर गिरकर नष्ट होगा। (5) व्रत टूटकर गलेगा । (6) राक्षस मरने के लिए कूदेंगे। (१) पानी फैलकर सूखेगा।
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[ प्राकृत रचना सौरभ
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