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पाठ 32
संज्ञा शब्द प्रकारान्त पुल्लिग
नरिंद=राजा,
बाल-बालक
क्रियाएँ
हस हंसना,
जग्ग=जागना
प्रथमा (बहुवचन) वर्तमानकाल (बहुवचन) नरिंदा हसन्ति/हसेन्ति/हसन्ते/हसिरे
=राजा हंसते हैं।
बाला
जग्गन्ति/जग्गेन्ति जग्गन्ते/जग्गिरे
बालक जागता है।
प्रथमा (बहुवचन) विधि एवं प्राज्ञा (बहुवचन) नरिंदा , हसन्तु/हसेन्तु
=राजा हँसें ।
बाला
जग्गन्तु/जग्गेन्तु
=बालक जागें।
प्रथमा (बहुवचन) भूतकाल (बहुवचन) नरिंदा हसीन
=राजा हँसे ।
बाला
जग्गी
=बालक जागे।
नरिंदा
=राजा हँसेंगे ।
प्रथमा (बहुवचन) भविष्यत्काल (बहुवचन)
7 हसिहिन्ति/हसिहिन्ते हसिहिइरे
हसिस्सन्ति/हसिस्सन्ते हसिस्सइरे j हसिस्सिन्ति/हसिस्सिन्ते हसिस्सिइरे 1 जग्गिहिन्ति/जग्गिहिन्ते/जग्गिहिइरे
जग्गिस्सन्ति/जग्गिस्सन्ते/जग्गिस्सइरे
बाला
बालक जागेंगे।
जग्गिस्सिन्ति जग्गिस्सिन्ते जग्गिस्सिहरे
प्राकृत रचना सौरम ]
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