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बाल-बालक
पाठ 31 संज्ञा शब्द प्रकारान्त पुल्लिग।
- नरिद=राजा, क्रियाएँ
हस हँसना, प्रथमा (एकवचन) वर्तमानकाल एकवचन नरिंदो हसइ/हसेइ/हसए
हसदि/हसेदि/हसदे
जग्ग-जागना
= राजा हंसता है।
बालो
जग्गइ/जग्गेइ/जग्गए जग्गदि/जग्गेदि/जग्गदे
= बालक जागता है।
प्रथमा (एकवचन) विधि एवं प्राज्ञा (एकवचन) नरिंदो
हसउ/हसेउ/हसदु/हसेदु
= राजा हंसे।
बालग्रो
जग्गउ/जग्गेउ/जग्गदु/जग्गेदु
= बालक जागे ।
भूतकाल (एकवचन)
प्रथमा (एकवचन) नरिंदो
हसीन
= राजा हंसा ।
बालो
जग्गी
= बालक जागा।
प्रथमा (एकवचन) भविष्यत्काल (एकवचन)
हसिहिइ/हसिहिए|हसिहिदि/हसिहिदे नरिंदो हसिस्सइ/हसिस्सए/हसिस्सदि/हसिस्सदे
हसिस्सिदि/हसिस्सिदे
= राजा हंसेगा ।
बालो
जग्गिहिइ/जग्गिहिए/जग्गिहिदि/जम्गिहिदे जग्गिस्सइ जग्गिस्सए/जग्गिस्सदि/जग्गिस्सदे जग्गिस्सिदि/जग्गिस्सिदे
= बालक जागेगा।
प्राकृत रचना सौरभ ]
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