________________
सामित्तो / सामी प्रो /
तुमं सामीउ / सामी हिन्तो / - सामी सुन्तो
साहुत्तो /साहू/
अहं साहूउ / साहू हिन्तो / साहू सुन्तो
प्राकृत रचना सौरभ ]
डरह / आदि
नोट - इसी प्रकार अन्य वाक्य बना लेने चाहिए ।
Jain Education International 2010_03
पढमि
= तुम स्वामियों से डरों ।
= मैं साधुनों से पढ़ता हूँ ।
For Private & Personal Use Only
[ 165
www.jainelibrary.org