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________________ पाठ 70 1. निम्नलिखित वाक्यों की प्राकृत में रचना कीजिए (क) (1) राजा का पुत्र राम को प्रणाम करता है|करे करेगा। (2) मामा की बहिन गर्व करती है/करे/करेगी। (3) राज्य का शासन उसकी रक्षा करता है/करे/करेगा । (4) राम का सुख मेरा सुख है/हो/होगा। (5) सीता की माता कथा सुनती है/सुने/सुनेगी। (6) मैं गंगा की कथा सुनता हूँ/सुनूं/सुनूंगा। (7) मेरा पुत्र सुख चाहता है/चाहे/चाहेगा। (8) उसका पूत्र घर जाता है/जावे/जायेगा। (9) वह नर्मदा का पानी पीता है/पीवे/पीयेगा। (10) उसकी माता तुमको पालती है/पाले/पालेगी। (ख) (1) राजा का पुत्र राम के लिए गठरी मांगता है/माँगे/माँगेगा। (2) वह उसकी पुस्तक परीक्षा के लिए पढ़ता है/पढ़े/पढ़ेगा। (3) मेरा पुत्र सुख के लिए हंसता है/हंसे/हँसेगा । (4) वह शरीर के लिए नर्मदा का पानी पीता है/पीवे/पीयेगा। (5) राम का सुख सबके लिए सुख है/हो/होगा । (ग) (1) स्वामियों के भाई उसको नमस्कार करते हैं । (2) कवियों के गुरु हमको देखते हैं । (3) राजाओं के दुश्मन युद्ध का विचार करते हैं । (4) हमारे गुरु भोजन जीमते हैं । (5) मेरी मौसियां साड़ी खरीदती हैं । प्राकृत रचना सौरभ 1 [ 159 Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002571
Book TitlePrakrit Rachna Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1994
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size6 MB
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