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मायाम
मायाइ
ससा
जग्गइ/ग्रादि
=माता की बहन जागती है।
मायाए
जुवई जुवईया जुवईइ जुवईए
माया
जग्गइ/प्रादि
युवती की माता जागती है।
पुत्तीय
धणं
वड्ढ इ/आदि
=पुत्री का धन बढ़ता है ।
पुत्तीया पुत्तीइ पुत्तीए
घेणून धेणूमा धेणूइ धेणूए
खीरं
रिणज्झरइ/आदि
=गाय का दूध झरता है ।
जंबून जंबूपा जंबूइ
पाऊ
वड्ढइ/आदि
=जामुन के पेड़ की आयु बढ़ती है ।
व
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मम
पुत्तो सोक्खं इच्छइ/प्रादि
=मेरा पुत्र सुख चाहता है ।
मझ
तुम्हं
पोत्तो घरं
गच्छद/आदि
=तुम्हारा पोता घर जाता है ।
तुज्झ
प्राकृत रचना सौरभ ।
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