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4.
3.
4.
उपर्युक्त सभी क्रियाएँ अकर्मक हैं ।
उपर्युक्त संज्ञाओं के साथ जो क्रिया-रूप काम में आया है वह 'अन्य पुरुष बहुवचन' का है ।
कर्तृवाच्य में प्रयुक्त संज्ञाओं के साथ 'अन्य पुरुष सर्वनाम' की क्रिया काम में आती है । यहाँ संज्ञा बहुवचन में है प्रतः क्रिया भी बहुवचन की ही लगी है ।
प्राकृत रचना सौरभ ]
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