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परिशिष्टम्-१ मूलगाथानामकाराद्यनुक्रमः असंखकालमुक्कोसं ३६-१०४ असंखकालमुक्कोसं ३६-८१ असंखकालमुक्कोसं ३६-८९ असंखकालमुक्कोसा ३६-११४ असंखकालमुक्कोसा ३६-१२३ असंखकालमुक्कोसा ३६-१३ असंखभागो पलियस्स ३६-१९२ असंखयं जीविय मा पमायए ४-१ असंखिज्जाणोसप्पिणीण ३४-३३ असई उमणुस्सेहिं ९-३० असमाणो चरे भिक्खू २-१९ असासए सरीरंमि १९-१३ असासयं दद इमं विहारं१४-७ असिप्पजीवी अगिहे अमित्ते १५-१६ असीहि अयसिवण्णाहिं १९-५५ असुरा नाग-सुवन्ना ३६-२०६ अस्सकन्नी य बोधव्वा ३६-९९ अस्से य इइ के वुत्ते २३-५७ अह अट्टर्हि ठाणेहिं ११-४ अह अन्नया कयाई २१-८ अह आसगओ राया १८-६ अह ऊसिएण छत्तेण २२-११ अह कालंमि संपत्ते ५-३२ अह केसरंमि उज्जाणे १८-४ अह चउदसहि ठाणेहिं ११-६ अह जे संवुडे भिक्खू ५-२५ अह तत्थ अइच्छंतं १९-५ अह तायगो तत्थ मुणीण तेसिं १४-८ अह ते तत्थ सीसाणं २३-१४ अह तेणेव कालेणं २३-५ अह तेणेव कालेणं २५-४ अह पच्छा उइज्जति २-४१ अह पन्नरसहि ठाणेहिं ११-१० अह पालियस्स घरणी २१-४
अह भवे पइन्ना उ २३-३३ अह मोणेण सो भगवं १८-९ अह राया तत्थ संभंतो १८-७ अहसा भमरसंनिभे २२-३० अह सा रायवरकन्ना २२-४० अह सा रायवरकन्ना २२-७ अह सारही तओ भणइ २२-१७ अह सारही व चिंतेइ २७-१५ अह से तत्थ अणगारे २५-५ अह सो तत्थ निज्जंतो २२-१४ अह सो वि रायपुत्तो २२-३६ अह सो सुगंधगंधिए २२-२४ अहं च भोगरायस्स २२-४३ अहं पंचहिं ठाणेहिं ११-३ अहं पि जाणामि जहेह साहू १३-२७ अहमासि महापाणे १८-२८ अहवा तइयाए पोरिसीए ३०-२१ अहवा सपरिकम्मा ३०-१३ अहाउयं पालइत्ता २९-७२-७३ सू. अहिंस-सच्चं च अतेणगं २१-१२ अहिज्ज वेए परिविस्स विप्पे १४-९ अहीणपंचिंदियत्तं पि से १०-१८ अहीवेगंतदिट्ठीए १९-३८ अहे वयइ कोहेणं ९-५४ अहो ! ते अज्जवं साहू ९-५७ अहो ! ते निज्जिओ कोही ९-५६ अहो ! वण्णो अहो ! रूवं २०-६ अंग-पच्चंग-संठाणं १६-४ अंगुलं सत्तरत्तेणं २६-१४ अंतोमुहत्तंमि गए ३४-६० अंतोमुहुत्तमद्धं लेसाण ३४-४५ अंतोहिययसंभया लया २३-४५ अंधयारे तमे घोरे २३-७५ आउक्कायमइगओ १०-६
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