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आहारो तमूलं
इय जीवियधणजोव्वण
इ बहवे जाणता
इह लोगंम्मि य अइदुक्ख
उक्कत्तिऊण कवयं वारसहस्सेहिं वि
एक्कसमएण सोक्खं
एक्काण निसा निज्जइ
एक्काण पाणभोयण
एक्काण वित्थरिज्जइ
एक्के कंचणपडिबद्ध
एक्के चंदणमयनाहिएक्के दोघट्टघडानि [ व ]हा heat
एक्के नयणं तच्चिय
एक्के पट्टसूयविवह
पूरिति मोरहाई
एक्को विमोक्कारो
एत्थ उपरिणाम
एत्थ जम्हा दयागुणमेव महामो
उ
एयस्स पुण निमित्तं
एयाइं असिक्खियपंडियाई एयाइं ताइं चिरचिंतियाई
एयाण कमलदलए एवं अपरि( प्पड ) वडिए एवं च एत्थ बहुसो
कडुपि भन्नमाणो
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क
२५०/७१ | कंममओ संसारो
७१।४८
३००।२१४ | कालन्नुओ विणीओ ७१।१९४ किं एत्तो पावयरं किं कट्ठे अन्नाणं
किं न करेज्ज अकज्जं
कुसको डिबिंदुठिय कुसुमाहरणवित्तिं को जाणंतो रायं करेइ
३४५।२१७
कोजाइ हिययगयं
१०१।१९७ को नाम नरो चुंबे ९९।१९७ | को नेच्छइ संजोगो ९८।१९७ कोहो माणो माया
९२।१९६
९७।१९७
९६।१९७
९०।१९६
२९१।२१३
१००/१९७
९४ । १९६
६९०।२४७
४९।१८३
३४।१८१
काऊण धम्मबुद्धी कामिणिखंधविलग्गो
१२४।१९९
५७८५ गलइ बलं उच्छाहो | ठित्ति सुदुब्भेओ गंमागं न याइ
४६।११५
२०२।२०५ | गुणसुट्ठियस्स वयणं १०।१८७ | गुरुथेरतवस्सिगिलाण१५२।६२ | गुरुसिणेहबद्धबंधुयण
२४।१७६
ख
खइयं वरं विसं पि हु |खरपवणविहुयतामरसखंती य मद्दवज्जवमुत्ती
खंत्ती गुत्ती ( ? ) य मद्दवज्जव खीरोयहिंमि य तहा
३४।१६८
९१।८७ | घणघाइचउक्कयंमि
२४ । १८९
घणविवरंतरखणदिट्ठघरवासे वाढ घेप्पइ जलंमि मच्छो
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ग
घ
जंबु
४९।११५
१३२।१९९
५५/३१
३३।१६८
१००१२३
६९।११९
७।१८७
७०।४८
६८६।२४७
७४।१९४
१४ । १६५
१८।१७५
१०३।३८
११९४०
१२५।१९९
६७/४७
२५।१३
१८४/६५
७८७।२५७
४।१७९
५१८४
७१ ।१२०
२२।१०
७४९।२५२
११६।२१
२७०।२११
६९।४८
१११।३९
२८।१४४
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