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संस्थान के प्रकाशन का तृतीय पुष्प
शिरकुणापुतचारियों
(मूलपाठ, अनुवाद एवं शब्दार्थ सहित)
भारतीय संविधान की सुलिखित प्रति में अंकित जैनों के 24वें तीर्थङ्कर वर्द्धमान की ध्यानस्थ मुद्रा का चित्र
डॉ. जिनेन्द्र जैन
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