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संकेत-निर्देशिका
'' -यह दो या उससे अधिक शब्दों के स्थान में पाठान्तर होने का सूचक है। X क्रास का चिह्न पाठ न होने का द्योतक है। पाठ के पूर्व या अंत में खाली बिंदु (0) अपूर्ण पाठ का द्योतक है।
अनुद्वा-अनुयोगद्वार अनुदामटी-अनुयोगद्वारमलधारीया टीका अभि अभिधान चिंतामणि नाममाला अमर-अमरकोश अर्थशास्त्र-कौटिलीय अर्थशास्त्र आनि-आचारांग नियुक्ति आवचू-आवश्यक चूर्णि आवनि-आवश्यक नियुक्ति आवभा-आवश्यक भाष्य आवमटी-आवश्यक मलयगिरिटीका आवसू-आवश्यक सूत्र आवहाटी-आवश्यक हारिभद्रीया टीका उ-उत्तराध्ययन उनि-उत्तराध्ययन नियुक्ति उशांटी-उत्तराध्ययन शांत्याचार्य टीका ओनि-ओघ नियुक्ति गा-गाथा गोजी-गोम्मटसार जीवकाण्ड चू-चूर्णि जंबूटी-जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति टीका जी-जीतकल्प जीचू-जीतकल्प चूर्णि जीटी-जीतकल्प टीका जीभा-जीतकल्प भाष्य जैनेन्द्र-जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश ज्ञा-ज्ञाताधर्मकथा
ज्ञाटी-ज्ञाताधर्मकथा टीका टी-टीका त-तत्त्वार्थ सूत्र दश-दशवैकालिक दशअचू-दशवैकालिक अगस्त्यसिंहचूर्णि दशचू-दशवैकालिक चूलिका दशनि-दशवैकालिक नियुक्ति दश्रुचू-दशाश्रुतस्कंध चूर्णि दश्रुनि-दशाश्रुतस्कंध नियुक्ति नि-निशीथ निगा-नियुक्ति गाथा निचू-निशीथ चूर्णि निपीभू-निशीथपीठिका भूमिका निभा-निशीथ भाष्य निसी-निसीहज्झयणं पंकचू-पंचकल्प चूर्णि पंकभा-पंचकल्प भाष्य प-पत्र परि-परिशिष्ट पिनि-पिंड नियुक्ति पृ-पृष्ठ प्र-प्रकाशित प्राश-प्राकृत शब्दानुशासन भ-भगवती मनु मिता-मनुस्मृति मिताक्षरा मूला-मूलाचार
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