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,८,1,-९,१४,१-४] उज्झाकण्डं-छधीसमो संधि [४९ .
॥ घत्ता॥ लक्खण-वयणेहिँ वलु कोकिउँ चलिउ स-कन्तउ । करिणि-विहूसिउ णं वण-गइन्दु मल्हन्तउ ॥ ८
[१३ ] गुलुगुलन्तु हलहेइ हग्गउ तरुवर-गिरि-कन्दरहों विणिग्गउ ॥१ । सेय-पवाह-गुलिय-गण्डत्थल 'तोणा-जुयल-विउल-कुम्भत्थलु ॥ २ पिछावलि-अलिउल-परिमालिउ किङ्किणि-गेज्जा-मालोमालिउ ॥ ३ वित्थिय-वाण-विसाण-भयङ्कर थोर-पलम्व-वाहु-लम्विय-करु ॥४ धणुवर-लग्गणखम्भुम्मूलणु दुहारट्ठ-मेट्ठ-पडिकूलणु ॥५ सर-सिक्कार करन्तु महावलु तिस-भुक्खऍ खलन्तु विहलवलु ॥ ६ ॥ छाहिहें वेज्झई देन्तु विरुद्ध जिणवर-वयणकुसँण णिरुद्धउ ॥७ जाणइ-वर-गणियारि-विहूसिउ - तं पेक्खेंवि जणवउ उद्भूसिउ ॥ ८
॥ पत्ता ॥ मञ्चारहणहाँ उत्तिण्णु असेसु वि राय-गणु (१)। मेरु-णियम्वहों _णं णिवडिउ गह-तारायणु ॥९ . .
[१४] हरि-कल्लाणमाल दणु-दलणेंहि पडिय वे वि वलएवहाँ चलणेंहिँ ॥१ 'अच्छहुँ ताव देव जल-कीलऍ ____ पच्छऍ भोयणु भुञ्जहुँ लीलऍ' ॥२ एम भणेप्पिणु दिण्णइँ तूरइँ झल्लरि-तुणव-पणव-दडि-पहरइँ ॥३ पईठ स-साहण सरवर-णहयर्ले फुल्लन्धुअ-भमन्त-गहमण्डलें ॥ ४ ॥ धवल-कमल-णक्खत्त-विहूसिएँ मीण-मयर-कक्कडऍ पदीसिऍ ॥ ५ उत्थल्लन्त-सफरि-चल-विज्जुलें णाणाविह-विहङ्ग-घण-सङ्घलें ॥६ कुवलय-दल-तमोह-दरिसावणे सीयर-णियर-वरिस-वरिसावणें ॥७ जल-तरङ्ग-सुरचावारम्भिएँ वैल-जोइसिय-चक्क-पवियम्भिऍ॥८ 12 P कोकिउं. 13 Ps सुकं तउ, A सेकंतउ..
13. 1 PS गंडस्थल. 2 PS कुम्भत्थल. 3 P पिच्छाउलि, पिच्छाउले, A पिच्छावलि. 4.P विच्छिउ corrected to विस्थिड, विच्छिउ. 5s पडिहलणु. 6A सरि. 7 PS महम्बलु. 8 छाहिंहे, छाहिं हिं. 9 वेज्झइ. 10 P s वण'. 11 P उद्भूसि. 12 Ps राययणु. 13 s wanting.
14. 1P वलएवहं. 2 P इच्छहुं. 3 A भुंजहो, 4s 'ओणव. 5Ps पट्ट. 6 PS उग्छल्लन्त. [१२] १ हस्ते यौन्द्रौ बाणौ (2). . [१३] , हलायुधः. २ महागजः. ३ भना. ४ कटिमेखला. ५ हस्ते यो बाणौ. ६ सूण्डि. ७ शन्दः हर्षितः. [१४] १ भेरीपटहः. २ मस्सी. ३ चक्र-मृत्यजना एव ताराचक्रम्.
स०प००७.
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