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के०५, ४-११,६,-९] अन्दोला-सय-तोरण-वाहिँ कत्थइ चूअ-वणइँ पल्लवियइँ कत्थइ गिरि-सिहर' विच्छायइँ कत्थइ माहव-मासों मेइणि कत्थइ गिज्जइ वजाइ मन्दलु "तं तहाँ णयरहों उत्तर-पासेंहि ट्टि वसन्ततिलउ उजाणउ
उज्झाकण्डं-छधीसमो संधि [४५ ढुक्कु वसन्तु अणेय-पयाहिँ ॥४ । णव-किसलय-फल-फुल्लब्भहियइँ ॥ ५ खेल-मुहई व मसि-वण्णइँ णाय॥६ पिय-विरहेण व सूसइ कामिणि ॥७ णर-मिहुणेहिँ पर्णच्चिउ गोन्दलु ॥८ जण-मणहरु जोयण-उद्देसहि ॥ ९ सजण-हियेउ जेम अ-पाणउ ॥ १०
॥ घत्ता
॥
सुहल सुंयन्धउ डोलन्तु वियावड-मत्थउ । अग्गऍ रामहाँ णं थिउ कुसुमञ्जलि-हत्थउ ॥ ११
[६] तहिँ उववणे पइसेंवि 'विणु खेवें पभणिउँ वासुएवं वलएवें ॥ १ 'भो असुरारि-वइरि-मुसुमूरण दसरह-वंस-मणोरह-पूरण ॥ २ लक्खण कहि मि गवेसहि तं जल सजण-हियउ जेम जंणिम्मलु ॥ ३ दूरागमणे सीय तिसाइय हिम-हय-णव-णलिणि व विच्छाईय॥४ तं णिसुर्णेवि वर्ड-दुम-सोवाणेहिँ। चडिउ महारिसि व गुणथाणेहिँ ॥ ५ । तावं महासरु दिट्ट रचण्णउ णाणाविह-तरुवर-संछण्णउ ॥६ .. सारस-हंस-कुञ्च-वग-चुम्बिउ णव-कुवलय-दल-कमल-करम्विउ ॥७ तं पेक्खेवि कुमारु पधाइउ णिविसें तं सर-तीरु पराँइउ ॥ ८
॥ घत्ता ॥ पइठु महावल जलें कमल-सण्डु तोडन्तउ । माणस-सरवरें णं सुर-गइन्दु कीलन्तउ ॥ ९
4 A टुक्क. 5 P °फुल्लुभहिअइं corrected to s °फुल्लब्भरिअई, s फुल्लुम्भहियई. 6 This pāda missing in A. 7. पणचिउं, 8A तहो गयरहो अवरुत्तरकासें. 9A जणमणहरउद्देसे. 10 PS A उजाणु. 11 PS हिय उं. 12 PS A अपमाणु. 13 8 सुहुडु. 14 PS सुयंधउं. 15 A डोलंतउ. 16 P°मत्थउं. 17 PS आगय, A अगइ. 18 PS णविउ.
6. IA संखेवें. 2 A पभणिउं. 3 P A वासुएव. 4 P S तं. 5 PS विच्छाविय. 6 PS वर'. 7 P सोम्वाणिहि, s सोमूणि हिं, A लोवाणिहिं. 8 A ताम.9 P S A रवण्णउं. 10 P तरुअर. 11 P SA संछग्णउं. 12 A °सरवर. 13 P पराविउ, परायउ, A पगइउ. 14 rs पइदु महव्वलु, A पइटु महाबलु. 15 A सुरइ°. २ वैशाखे. ३.सुरत-व्यापार-संग्रामः.
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