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— २२६] सयम्भुकिउ पउमचरिउ
[क०१०,१-१०,११,16
[१०] पेक्खेंवि रामेङ्गुत्थलउ . सरहसु हसिउ सुकोमलङ।
दिहि परिवद्धिय सहि-जणहाँ 'तियडएँ कहिउ दसाणणहाँ ॥१ 'जीविउ सहलु तुहारउ अजु अजु णवर शिकण्टर रज्जु ।।२ 5 जोइ अज्जु देव दह वयणइँ लद्धइँ अज्जु चउद्दह रयण॥३ उन्भहि अज्जु छत्त-धय-दण्ड भुञ्जहि अज्जु पिहिमि छक्खण्ड इ॥४ अज्जु मत्त-गय-घडउ पसाहहि अज्जुत्तुङ्ग तुरङ्गम वाहहि ॥५ पुजउ अज्जु पइज तुहारी एत्तिय-कालहो हसिय भडारी ॥६
लहु देवावहि णिव्वुइ-गारउ वजउ मङ्गलु तूरु तुहारउ ॥७ ० एत्तिउ वुज्झमि णीसंदेहें जैइ आलिङ्गणु देइ सणेहें' ॥८ तं णिसुणेवि दसाणणु हरिसिउ सबङ्गिउ रोमञ्च पदरिसिउ ॥९
॥ घत्ता ॥ जो चप्पॅवि चप्पॅवि भरियउ सयल-भुवण-संतावणहाँ। सो हरिसु धरन्त-धरन्तहाँ अङ्गण माइउँ रावणहाँ ॥ १०
[११] जोइउ मन्दोयरिहें मुहु 'कन्ते पडीवी जाहि तुहुँ ।
अन्भत्थहि धयरट्ठ-गइ महु आलिङ्गणु देई जई ॥१ तं णिसुणेवि अणागंय-जाणी संचल्लिय मन्दोयरि राणी ॥ २'
ताएँ समाणु स-दोरु स-णेउरु संचल्लिउ सयलु वि अन्तेउरु ॥३ 20 जं पप्फुल्लिय-पङ्कय-वयर्णउ जं कुवलय-दल-दीहर-णयउ ॥४
जं सुरकरि-कर-मन्थर-गमणउ जं पर-णरवर-मण-जूरवणउ ॥५ जं सुन्दरु सोहग्गुग्धवियउ जं पीणत्थण-भारोणमियउ॥६ जं मणहरु तणु-मज्-सरीरउ जं उरयड-णियम्ब-गम्भीरउ ॥७
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10. 1 PS रामअंगुत्थलउ. 2 A सकोमलउ. 3 P परिवढिएहि मणहो, परिवट्टिएहि मणहो. 4 s जोवहि. 5 PS पुहमि. 6 P च्छखंडइ, s च्छक्खंडइ, A च्छरकंडई. 7 Ps महग्गय . 8 P S मंगल. 9 rs णीसंदेहिं, A णीसंदेहे. 10 P जिहि, s जिह. 11 P SA सणहिं. 12s धरंति, A. omits. 13 P धरतयहो. 14 P माइ रामणहो.
11. 1A मुहूं. 2 P धयरहहु गइ. 3 P देहि. 4 A अणागम. 5 Ps सडोरु. 6A वयणउं. 7A°नयणउं. 8 P A °गमणउं. 9 A °णरमण'. 10 P °जूरमणउ, A °जूरवण 11 A°ग्गग्धवियउ. 12 R °भारें नामिअउ. 13 PS मझु. .
[१०] १ रावणस्य विधवा भग्नी (भगिनी) तया.
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