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क० ७, ९; ८, १–९; ९, १-८ ]
हक्कारिय' विणि विदुद्धेरेण "अहो 'संचारिम-र-वणयरहों तं सुर्णेवि महावय - धारऍण "मं भीहि याहि अण्णहों भवहों तहिँ तेहऍ विरें समावडिऍ थिउ खन्धु समšवि एक्कु जणु जो पुत्र भवन्तरें पक्खिय उ तें वुच्चइ "लोद्धा ओसरहि
वर ण कुहन्ति ह हणइ णिरुत्तु
पावास पउरु पाउ करें वि वसुभ्रंइ-भिल्लु धण-जण-पउरें णामेण अणुद्धरु दुद्दरिसु दुल्लङ्घहों णिय-कुल- पचयहों ते
- मुइय तासु जि तणय गिरि-धीर महो वहि- गहिर-गुण णामङ्किय रेयण-विचित्त-रह छंदिवस सहणु करेंवि
'वोलावियं 'ते दय डेंवि णिसेणि
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॥ घन्ता ॥
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उज्झाकण्ड - तेतीसमो संधि [९७
होन्ति ण जज्जर हूँ । सत्त-भवन्तैरइँ |
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णिय- वईयर - वर विरुद्धएण ॥ १ कहिँ गइ एवहिँ महु मरहों" ॥ २ धीरिउ लहुवर वड्डारऍण ॥ ३ उवसग सहणु भूसणु तवहों” ॥ ४ अधुरन्धरें गरुअ-भारें पडिऍ ॥ ५ भिल्लाहिर अब्भुद्धरण- मणु ॥ ६ पुरें जक्खथा परिरक्खियउ ॥ ७ को मारइ रिसि तुहुँ मँहु मरहि" ॥ ८
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॥ घत्ता ॥
कालन्तरेण मैय | लीलऍ संग्गु गय ॥ ९
[९]
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8. 1 A लोद्धरण 2s वइयरु. 3 A महन्वय° 4 P थाहि, A भाहि. 5 Ps A उबगु. 6 Ps°भारं. 7 P समोडेवि, s समोडिबि 8P महुं, s सहु. 9PSA मरहिं. 10 PA वोल्लाविय. 11 A सुय. 12Ps सग्ग.
9. The first two pādas omitted in A. 2 P तिरयहि, s तिरियहि. 3 Ps फिरिवि. 4 A अरिट्ठपुरे. 52s नंदणु. 64 विसद्धियहो 7s पारंगगय. 8Ps छद्दिवस, A छविहई.
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वहु-कालु णरय - तिरियहिँ फिरेंवि ॥ १ पट्टणें उप्पण्णु अरिद्वैउरें ॥ २ कणय पह-जणणि- जणिय- हरिसु ॥ ३ for as 'पिर्यंचयहाँ ॥ ४ विण्णाण - कला -पर-पार-गाय ॥ ५ पय- पालण रज्ज- कज्ज- णिउण ॥ ६ पउमावइ- सुअ ससि सूर-पह ॥ ७ उ सग्गु पess तहिँ मरेंवि ॥ ८
[८] १ वसुभूतिश्वर भिलेन, १ हेरिकः ३ परत्र-विषये स्थिरमन कुरु, ४ मुंचाविय. ५ पक्षि भिल्ले (?).
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प्रियत्रत- राशः २ रम-विचित्र रथौ ३ प्रियत्रत- पिता.
सृ० प० च० १३
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