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६८] सयम्भुकिउ पउमचरिउ
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त िववर्णे थिय हरि-वल जावेंहिँ अग्गऍ घित्तु णरेण णरिन्दहों ass महीरेण सइँ हत्थें 6 वारि- णिवन्धों मुक्कु गइन्दु व 'रज्जु मुबि वे वि रिज-मद्दण कोजाइ हरि के दिउ आवइ लेहु घिवेष्पिणु णरवइ महिहरु णाइँ मियङ्को कमिउँ विर्डप्पें
जाय चिन्त मर्णे दुद्धरहों 'लक्खणु लक्खर्ण-लक्ख धरु तं
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भरहें लेहु विसज्जिउ तावेंहि ॥ १ भविउ व चलणेंहिँ पडिउ जिणिन्दहों ॥ २ जिणवर धम्मु व मुणिवर-सत्थें ॥ ३ दि अङ्क तहिं णयले चन्दु व ॥ ४ गवण-वासों राम-जणद्दण ॥ ५ तहाँ वणमाल देजे जसु भावई' ॥ ६ णाइँ दवेण दड्डु थिउ महिहरु ॥ ७ तिह महिहरु णरिन्दु माहप्पें ॥ ८
॥ घत्ता ॥
धरणीधरहों सिहि-गल-तमाल-घण- वण्णहों । मुऍवि वरु मइँ दिण्ण कण्ण 'किं अण्णहों' ॥ ९ [३]
तुज्झु ण दोखु दोसु कुलहों तं" पासेउदाहु करहु
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तो एत्थन्तरें यण-विसालऍ 1. आउलिहुय हियएण विसूरइ
सिरें पासेउ चडइ मुँहु सूसइ मणु धुगधुगइ देहु परितप्पइ ताव णहङ्गणेण घणु गज्जिउ 'धीरी होहि माएँ' णं भासिङ 20 गरहिउ मेहु तो वितणु-अङ्गिऍ 'तुहुँ किर जण-मण- यणाणन्दणु
[ क० २ १९९३, १९
एह वत्त जं सुय वणमालऍ ॥ १ दुक्खें महणइ व आऊरइ ॥ २ कर विहुइ पुणु दवों रूसइ ॥ ३ णं करवतें कप्पइ ॥ ४ ाइँ कुमारें दूर विसज्जिउ ॥ ५ 'उहु लक्खणु उववर्णे आवासिउ' ॥ ६ दोस' वि गुण हवन्ति संसग्गिऍ ॥ ७ महु पुणु जलहर णाइँ हुआसणु ॥ ८
॥ घत्ता ॥
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हय-दुह-कुलहों जलें जलणें पवणें "जं जायउ । णीसासु महु तिणि वि दक्खवणहों आयउ ' ॥ ९
2. 1s देउ, A देहि . 2PS कमिउ, 4 कमिउं 34 महिहरमइंदु. 4 Ps धरणि.. 5 A लक्खणवत्त". 6 A किह.
3. 1 Ps वणवालए. 2 A ओडविडूय मणेण. 3PA मुहुं 4 PA विहुणई. 54 चम्महु करवत्तहिं. 6 Ps दोसगुणा. 7PS णन्दण. 8PS हुआसण. SP हयद्रहखलय हो, ह दुखलहो. 10 A जें. 11 4 तें. 12 A दक्खवणहं आइउ.
[२] १ राज्ञा २ कस्मिन् दिने ३ महीधरनामा राजा. ४ पर्वतः ५ कवलितः, उद्घातः ( ? ). ६ राहुणा.
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