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धाइ धगधगन्तु धूर्मन्तउ रावण- वलु णासंघिय - जीविङ
रयणीयर - पहाणें $ मसि वण्णुपरत
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पउमचरिउ [ क० १४, ७-९ १५, १-१०; १६, १-४ चिन्धेहिँ छत्त-धऍहिँ लग्गन्तउ ॥ ७ णासइ जाला-मालालीविउ ॥ ८
[१५] उवसमिए हुआसणे वयण-भासुरेणं । वहल - तमोह -पहरणं पेसियं सुरेणं ॥ १ किउ अन्धार तेण रणङ्गणु " जिम्भइ अङ्गु वलइ णिद्दायइ पेक्खवि विलु ओणलन्तर अमराहिण राहु-वर-पहरणु पवर-भुअङ्ग-सहा सेंहिँ दट्ठउ गारुडत्थु वासर्वेण विसज्जिउ " खगउर्ड-पवणन्दोलिय मेइणि पक्ख-पवण-पडिपहय-महीहर
परोवरस्स पत्तया घिरोर थोर-कन्धरा
25 स - सीयर व पाउसा
॥ घत्ता ॥ वारुण-वाणें
धूमल - गत्तउ
सरवरग्ग उल्हाविउ । पिसुणु जेम वोल्लावियउ ॥ ९
जेत अइरावणु
मेलेंवर घाणु सरु णारायणु तिजंगविहसणें गऍ चडिउ । तेत्त रावणु जाऍवि इन्दहों अभिडिउ || १० [१६] मत्त गइन्द दोवि' उब्भिण्ण- कसण-देहा |
णं गज्जन्त धन्त सम - उत्थरन्तं मेहा ॥ १ मयम्वु - सित्त-गत्तया ॥ २ पलोट्ट- दाण- णिज्झरा ॥ ३
मयन्ध मुक्क-अङ्कुसा ॥ ४
किंपि ण देक्खइ णिसियर - साहणु ॥ २ सुअइ अचेयं 'ओसुविणायइ ॥ ३ मेल्लिउ दिणयरत्थु पजलन्त ॥ ४ णाग-पास सर मुअइ दसाणणु ॥ ५ सुर-वलु पाण लएवि पणउ ॥ ६ विसहर - सरवर - जालु परज्जिउ ॥ ७ डोला - रूढी णं वर- कामिणी ॥ ८ च्चाविय सं- दिसिवह स- सायर ॥ ९ ॥ घत्ता ॥
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5 Ps धूम उ 6P चिंधई, चिंधड़ 7 Psणासंघिउ 8P उल्हाविउ, s उण्हा विउ, A उहाविय. 9PS परंतउ.
15. 1 s reads gas in the beginning of the stanza. 2 Ps° तमोहं. 3 A पेक्खइ. 4 Ps णिचेयणु. 5 A वास. 6 Ps °सहा सें. 7s खगउडु 8 P s दस दिसि -
वह सायर. 9s तिजय'.
16. 14 हो वि. 2Ps समुत्थरंत 3 P परोवरस्स मत्तया corrected to परोवरपम. तया, s°मत्तया.
[१४] १ विध्यापितः.
[१५] १ प्रभातें ( ? ). २ प्रकट ( ? ).
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