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________________ ४२ विपरीतग्रहक्षय विपरीतप्रतिपत्ति सद्भाव विप्रकर्ष विप्रकृष्ट ५४. ७. ८४. १३; १०८. २४; ११६. १५ विप्रकृष्टार्थविवक्षाविशेषसम्बन्धासिद्धि १२४. १६. विप्रकृष्टार्थान्तरवत् १२. ७. विप्रतिपत्ति ५१ १९, ५३.८; १०१. २३, १०२. ७. विप्रतिपत्तिदर्शन विप्रतिभास विप्रलब्ध विप्रलम्भनशंकिन् विप्रलम्भन् विप्लवसंभव ९८. २८. ११५. २ १२४. २२. ४१. १७. ८३. २४; ११६. २६ ११६. १७. विभ्रमविवेकनान्तरीयक विभ्रमविवेकविकल विभ्रमशून्यप्रतिपत्तिविप्रतिषेध ९८. १६, १०३. १६. विप्लुत ९८. ७. ४१. ५. ३६. २. विप्लुताक्ष विप्लुताक्षमनस्कारविषय विप्लुताक्षा बुद्धि विब्रुवाण ३६. १०. ८०. १८, ११३. ७. विभ्रम ३४. १५; ३७.६, १०३. १६, १०६. २५, २८, १०७. १, १३, १०९. २७; ११७.२३; १२०. १४, ३१; १२२.२० १२५. १४. विभ्रमकल्पना १०४. २१; ११२. २७; ११७. ३१. विभ्रमविच्छेद १०६.२६. १११. २. १२५.११. १००. २९. १०३. १६. १०६. २४. ५७. १४ १२३. १४. १०६. १७. विभ्रान्त ४९. १८. विमत्सर ४९. २८. विमर्श १००. ३. विमुक्त २५. २५. ३२. ६. ११९. १५. विमुखज्ञा विरतविग्रहसम्बन्ध विरुद्ध ४६. २८, ६२. १८, ७६. २९, ७७. ११; १००. ११; १०७. २१; १०८. १८. २४, ३०; १०९. १; ११०. २७, २९, १११. ४, ५, ८, ११४. १४, २१, २८; १२१. ३१. विभ्रमसिद्धि विभ्रमसंश्लेष विभ्रमहेतु विभ्रमेतरविवेक विभ्रमोपलम्भ लघी० न्यायवि० प्रमाणसंग्रहान्तर्गतानाम् ८८. २८. २०. ३. ७७. ७. विरुद्धकार्य विरुद्धधर्माध्यास ४६. २८; ४८. १४; ११०. १४; ११२.१०, २८. ४७. २२. ७७. ८. १०७.२३. ५३. ५; १११. २. विरुद्धाव्यभिचारिन् ११०.११,१११.५, ११; १२७.१७. विरुद्धासिद्धसन्दिग्ध ६६. २३, ७९. ३. विरुद्धपरिणामिन् विरुद्धव्याप्तिसिद्धि विरुद्ध हेत्वाभास विरुद्धादि Jain Education International विरुद्धासिद्धसन्दिग्धव्यतिरेकानन्वय ४१. १०. विरोध ३९.२६,५२.२२;५७.२८; ६९.२८; ७०.२२; ७२.२४; ७६.१४; १०३. २४; ११३. २६. विरोधपरिहार १०३. १७. विरोधानुपलम्भ ६८. १. ११२. २२. ४८. ९. विरोधिप्रत्यय विहितविशेषलक्षण विलक्षणार्थविज्ञान विवक्षा २३.२१, २६; ७७.२१, २७: ९०.२९, १०१. ४, १२, १२४. १९. विवक्षानिरपेक्ष ७७. २५. विवक्षाव्यतिरिक्तवस्तु १५. १२ : २४. २८; २५.५. विवक्षाव्यतिरेक विवक्षाऽव्यभिचार १६. ७. ५८. ६. १००.११. १२०. २६. विवर्त्तशक्तिविरहिन् १८. १८; १००. १२. १०६. २. १२३. १. ९८. २. ११२. ३०. १०६. ९. २५. २३. १. १२, ९७.३, ५. २. ४. ८. १६. ८. २१. विवर्त्त विवाद विवादवृत्ति विविधधर्माध्यासविकल्पविषयताविरोध विविधानुविधान विवेककल्पनाविवेक विवेचक विवृद्धाभिनिवेशन विशद विशदनिर्भासिन् विशदार्थावभासन विशदेत रविकल्प विशेष ४५.२२; ४८. १७४९.५; ५४.२४,९९.११. विशेषणविशेष्यधी विशेषणविशेष्यभाक् विशेषप्रत्यस्तमय विशेषप्रतिभासन विशेषाकाङ्क्षा विशेषाकार विशेषाधान विशेषाविशेषव्यपोह विश्लेष विश्व विश्वरूप विश्वलोकाधिकज्ञान विष विषज्ञान विषम विषमोऽयमुपन्यासः विषय विषयज्ञानवत् विषयज्ञानतज्ज्ञानविशेष For Private & Personal Use Only ५९. ७. ३०. १९. १०२. २०. २. ६. २. २०. ५६. १७. ११०. ८. ११७. ९. ५४. २७. १०२. १६; ११२.६. ६७. ७. ८३. २४. विषयद्वैविध्य विषयभेदैकान्त विषयविषयिसन्निपातानन्तर विषयसन्निधानाहितविशेषविज्ञानवत् ३९. ८; ७२. १. ३९. १५. ५०. १०. १८. ११, ३५. ७. २. २१. ११७. १४. ३४. १९. १०३. २३. ८. २१. २. २१; १००. ९. ११२. २१. www.jainelibrary.org
SR No.002504
Book TitleAkalanka Granthtrayam
Original Sutra AuthorBhattalankardev
AuthorMahendramuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1969
Total Pages390
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size21 MB
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