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तर सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र
षट्त्रिंश अध्ययन [516]
रूक्ष स्पर्श वाला पुद्गल-वर्ण, गन्ध, रस और संस्थान से भी भाज्य होता है॥ ४१ ।।
The matter with rough touch is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and constitution. (41)
___परिमण्डलसंठाणे, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य॥४२॥ परिमण्डल (चूड़ी के समान गोल आकार) संस्थान वाला पुद्गल-वर्ण, गन्ध, रस और स्पर्श से भाज्य होता है॥४२॥
The matter having a circular (like a bangle) constitution is fuither divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and touch. (42)
संठाणओ भवे वट्टे, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य॥४३॥ वृत्त संस्थान (गेंद के समान गोल आकार वाला) पुद्गल वर्ण, गन्ध, रस और स्पर्श से भाज्य है॥४३॥
The matter having a spherical (like a ball) constitution is further divisible many. ways by attributes of colour, smell, taste and touch. (43)
संठाणओ भवे तंसे, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य॥४४॥ त्र्यंश (त्रिकोण) संस्थान (आकार) वाला पुद्गल वर्ण, गंध, रस और स्पर्श से भाज्य होता है॥४४॥
The matter having a triangular constitution is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and touch. (44)
संठाणओ य चउरंसे, भइए से उ वण्णओ। .
गन्धओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य॥४५॥ ___ चौरस-चौकोन (वर्गाकार) संस्थान वाला पुद्गल-वर्ण, गंध, रस और स्पर्श से भी भाज्य होता है॥ ४५ ॥
The matter having a square constitution is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and touch. (45)
जे आययसंठाणे, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य॥४६॥ आयत संस्थान वाला पुद्गल-वर्ण, गंध, रस और स्पर्श से भी भाज्य है॥ ४६॥
The matter having a rectangular constitution is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and touch. (46)
एसा अजीवविभत्ती, समासेण वियाहिया। इत्तो जीवविभत्तिं, वुच्छामि अणुपुव्वसो॥४७॥