________________
[515] षट्त्रिंश अध्ययन
सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र
फासओ मउए गन्धओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य ॥ ३५ ॥
उ, भइए से उ वण्णओ।
जो पुद्गल मृदु-कोमल स्पर्श वाला होता है, वह वर्ण, गन्ध, रस और संस्थान से भी भाज्य है ॥ ३५ ॥ The matter with soft touch is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and constitution. (35)
फासओ गुरुए जे उ, भइए से उ वण्णओ । गन्धओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य ॥ ३६॥
जो
पुद्गल स्पर्श से गुरु- भारी होता है, वह वर्ण, गन्ध, रस और संस्थान से भी भाज्य है ॥ ३६ ॥ The matter with heavy touch is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and constitution. ( 36 )
फासओ लहुए जे उ, भइए से उ वण्णओ ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य ॥ ३७ ॥
• जो पुद्गल लघु - ( हल्का) स्पर्श वाला होता है, वह वर्ण, गन्ध, रस और संस्थान से भी भाज्य होता है॥ ३७॥
The matter with light touch is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and constitution. (37)
फासओ सीयए जे उ, भइए से उ वण्णओ ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य ॥ ३८ ॥
जो पुद्गल शीत स्पर्श वाला होता है, वह वर्ण, गन्ध, रस और संस्थान से भी भाज्य होता है ॥ ३८ ॥ The matter with cold touch is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and constitution. (38)
फासओ उण्हए जे उ, भइए से उ वण्णओ ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य ॥ ३९ ॥
जो पुद्गल उष्ण (गर्म) स्पर्श वाला होता है, वह वर्ण, गन्ध, रस और संस्थान से भी भाज्य होता है ॥ ३९ ॥
The matter with hot touch is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and constitution. (39)
फासओ निद्धए जे उ, भइए से उ वण्णओ ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य ॥ ४० ॥
स्निग्ध स्पर्श वाला पुद्गल - वर्ण, गन्ध, रस और संस्थान से भी भाज्य होता है ॥ ४० ॥
The matter with smooth touch is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and constitution. (40)
फासओ लुक्खए जे उ, गन्धओ रसओ चेव, भइए
भइए से उ वण्णओ । संठाणओ वि य ॥ ४१ ॥