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सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र
षट्त्रिंश अध्ययन [514]
रसओ तित्तए जे उ, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ फासओ चेव, भइए संठाणओ वि य॥२९॥ जो पुद्गल तिक्त-चरपरे रस वाला होता है, वह वर्ण, गन्ध, स्पर्श और संस्थान से भाज्य (अनेक विकल्पों वाला होता) है॥ २९॥
The matter with bitter taste is further divisible many ways by attributes of colour, smell, touch and constitution. (29)
रसओ कडुए जे उ, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ फासओ चेव, भइए संठाणओ वि य॥३०॥ कटु (कड़वा) रस वाला पुद्गल-वर्ण, गंध, स्पर्श और संस्थान से भाज्य (अनेक विकल्पों वाला होता) है॥३०॥
The matter with pungent taste is further divisible many ways by attributes of colour, smell, touch and constitution. (30)
रसओ कसाए जे उ, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ फासओ चेव, भइए संठाणओ वि य॥३१॥ .. जो पुद्गल रस से कषाय-कसैला होता है, वह वर्ण, गन्ध, स्पर्श और संस्थान से भाज्य (अनेक विकल्पों वाला होता) है॥ ३१ ॥
The matter with astringent taste is further divisible many ways by attributes of colour, smell, touch and constitution. (31)
रसओ अम्बिले जे उ, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ फासओ चेव, भइए संठाणओ वि य॥३२॥ . जो पुद्गल रस से अम्ल-खट्टा होता है वह वर्ण, गन्ध, स्पर्श और संस्थान से भाज्य (अनन्त विकल्पों-भेदों वाला होता) है॥ ३२॥
The matter with sour taste is further divisible many ways by attributes of colour, smell, touch and constitution. (32)
रसओ महुरए जे उ, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ फासओ चेव, भइए संठाणओ वि य॥३३॥ जो पुद्गल मधुर रस वाला होता है, वह वर्ण, गन्ध, स्पर्श और संस्थान से भाज्य है॥ ३३ ॥
The matter with sweet taste is further divisible many ways by attributes of colour, smell, touch and constitution. (33)
फासओ कक्खडे जे उ, भइए से उ वण्णओ।
गन्धओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य॥३४॥ जो पुद्गल कर्कश स्पर्श वाला होता है, वह वर्ण, गन्ध, रस और संस्थान से भी भाज्य है॥ ३४॥
The matter with hard touch is further divisible many ways by attributes of colour, smell, taste and constitution. (34)