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85555555555)))))))))))))))))))))))) + स्वप्नपाठकों से स्वप्न का समाधान INTERPRETATION BY DREAM-DIVINERS म ३१. तए णं से बले राया पभावई देवीं जवणियंतरियं ठावेइ, ठा. २ पुष्फमें फलपडिपुण्णहत्थे परेणं विणएणं ते सुविणलक्खणपाढए एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया! 卐 पभावई देवी अज्ज तंसि तारिसगंसि वासघरंसि जाव सीहं सुविणे पासित्ताणं पडिबुद्धा, तं, णं देवाणणिया! एयरस ओरालस्स जाव के मन्ने कल्लाणे फलवित्तिविसेसे भवस्सड?
३:: तत्पश्चात् बल काज ने प्रभावती देवी को (बुलाकर) यवनिका के भीतर बिठाया। फिर पुष्प और फल हाथ, : मरकर बल राजा ने अत्यन्त विनयपूर्वक स्वप्नलक्षण पाठकों से इस प्रकार कहा -- देवानुप्रियो . आज प्रभावती देवी तथारूप उस वासगृह में शयन करते हुए स्वप्न में सिंह देखकर जागृत हुई है । हे देवानुप्रियो! इस उदार यावत् कल्याणकारक स्वप्न का क्या फल होगा . .
31. Then King Rai called Queen Prabhavati and made her sit behind the screen. After that king Bal took flowers and fruits in his hands and humbly addressed the scholars, "O beloved of gods ! Queen Prabhavati saw a lion in her dream last night and got up. O beloved of gods! What this great and auspicious dream forebodes ?"
३२.१. तए णं ने सुविणलक्खणपाढगा बलस्स रण्णो अंतियं एयमढें सोच्चा निसम्म हट्टतुट्ट. तं. सुविण ओगिण्हंति, तं. ओ. २ ईहं अणु-पविसंति, ईहं अणु-पविसित्ता तस्स सुविणस्स अत्थोग्गहणं करेंति, त. क. १ अन्नमन्नेणं सद्धि संचालेंति अ. सं. २ तस्स
सुविणस्स लद्धट्ठा गहियट्ठा पुच्छियट्ठा विणिच्छियट्ठा अभिगयट्ठा बलस्स रण्णो पुरओ ॐ सुविणसत्थाई उच्चारमाणा उच्चारेमाणा एवं वयासी
३२. [१] बल राजा से प्रश्न को सुनकर, हृदय में अवधारण कर स्वप्नलक्षण-पाठक प्रसन्न के एवं सन्तुष्ट हुए। उन्होंने उस स्वप्न के विषय में सामान्य विचार किया, फिर विशेष विचार किया है। ॐ और उस स्वप्न के अर्थ का निश्चय किया। तत्पश्चात् परस्पर एक-दूसरे के साथ विचार-विमर्श
कर. उस स्वप्न का अर्थ स्वयं जानकर एक-दूसरे से ग्रहण कर, एक-दूसरे से पूछकर शंकाके समाधान करके अर्थ का निश्चय किया। तदोपरान्त बल राजा के समक्ष स्वप्नशास्त्रों का उच्चारण करते हुए बोले
32. [1] The dream diviners were happy and contented to hear and understand the words of King Bal. They first gave a cursory thought to the dream and then a deep and evaluative contemplation. They consulted
with each other in an in-depth discussion about the meaning and #indications of the dream. When they reached a unanimous agreement
about the meaning of the dream they conveyed their opinion, based on 9 the relevant scriptures, to King Bal -
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| ग्यारहवाँशतक : ग्यारहवाँ उद्देशक
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Eleventh Shatak : Eleventh Lesson |
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