SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 212
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 12 14 17 20 गुरुदेव ! जम्बूद्वीप कितना बड़ा है? एक लाख योजन रात्निक से पहले बोलना गोचरी लाकर शैक्ष के समक्ष आलोचना करे। रानिक से पूछे बिना दूसरों को परोस देवे। वत्सः सुनो क्या है? रानिक के कुछ कहने पर भी अपने स्थान पर बैठे-बैठे सुनना 15 तेतीस आशातना 13 21 अच्छा भोजन रालिक से पहले जल्दी-जल्दी जा वत्स! क्या तुम इधर आओगे? गोचरी लाकर शैक्ष को पहले दिखावे। 18 रानिक के पूछने पर बैठे-बैठे जवाब दे । 2 रानिक के पूछने पर जवाब न देना 16 PROUDEDO बोड़ी देर रुको। 22 'वत्स! कौन-कौन जाग रहा है? गोवरी के लिए पधारिए भोजन के लिए पहले शैक्ष को निमन्त्रण दे। आर्य! कहाँ जा रहे हो ? रात्निक की बात अनसुनी कर देवे। तुमने क्या कहा? रालिक से तुच्छ शब्दों में बोलें। 19
SR No.002488
Book TitleAgam 04 Ang 04 Samvayang Sutra Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherPadma Prakashan
Publication Year2013
Total Pages446
LanguageHindi, Prakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_samvayang
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy