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घटे 30. जे भिक्खू बहुसगडाणि वा, बहुरहाणि वा, बहुमिलक्खूणि वा, बहुपच्चंताणि वा, अन्नयराणि
वा विरूवरूवाणि महासवाणि चक्खुदंसणवडियाए अभिसंधारेइ, अभिसंधारेत वा
साइज्जइ। 12 31. जे भिक्खू इहलोइएसु वा रूवेसु, परलोइएसु वा रूवेसु, दिद्रुसु वा रूवेसु, अदिढेसु वा ___ रूवेसु, सुएसु वा रूवेसु, असुएसु वा रूवेसु, विन्नाएसु वा रूवेसु, अविनाएसु वा सज्जइ, और
रज्जइ, गिज्झइ, अज्झोववज्जइ, सज्जंतं वा, रज्जंतं वा, गिझंतं वा, अज्झोववज्जंतं वा रे
साइज्जइ। 16. जो भिक्षु खेत, खाई, कोट, तोरण, अर्गला, अर्गलापास, गड्डा, गुफा, कूट के सदृश महल, अर
गुप्तगृह (तलघर), वृक्ष-गृह (वृक्ष पर या वृक्ष के आश्रय से बना घर); पर्वत-गृह, वृक्ष का र चैत्यालय, स्तूप का चैत्यालय, लुहारशाला, धर्मशाला, देवालय, सभास्थल, प्याऊ, दुकानें, A गोदाम, यान-गृह, यान-शाला, चूने के कारखाने, दर्भ-कर्म के स्थान, चर्म-कर्म के स्थान, वल्कज-कर्म के स्थान, वन-कर्म-वनस्पति के कारखाने, कोयले के कारखाने, लकड़ी के र कारखाने, श्मशान, शान्तिकर्म करने के स्थान, पर्वत, गुफा में बने गृह, पाषाण कर्म के स्थान, सर
भवनों और गहों को देखने के लिए जाता है अथवा जाने वाले का समर्थन करता है। 17. जो भिक्षु इक्षु वगैरह की वाटिका (अथवा सब्जी की वाटिका), घास का जंगल, प्रच्छन स्थान,
नदी के जल से घिरे हुए स्थल, सघन जंगल (अटवी), सुदीर्घ अटवी, एक जातीय वृक्षों का वन (उपवन), अनेक जातीय वृक्षों का सघन वन, पर्वत, अनेक पर्वतों का समूह, कुएँ, तालाब, द्रह, नदियाँ, बावड़ियाँ, पुष्करणियाँ, दीर्घिका-लम्बी बावड़िया आदि परस्पर कपाट से संयुक्त अनेक बावड़ियाँ, सरोवर, सरोवरपंक्ति, अन्योन्यसंबद्ध-सरोवर को देखने के लिए जाता है अथवा जाने से
वाले का समर्थन करता है। 18. जो भिक्षु ग्राम यावत् राजधानी को देखने जाता है अथवा जाने वाले का समर्थन करता है। 19. जो भिक्षु ग्राम-महोत्सव (यात्रादि) यावत् राजधानी में होने वाले महोत्सव को देखने के लिए और
जाता है अथवा जाने वाले का समर्थन करता है। 20. जो भिक्षु ग्रामघात यावत् राजधानीघात को देखने के लिए जाता है अथवा जाने वाले का समर्थन
करता है। 21. जो भिक्षु ग्राम के मार्गों को यावत् राजधानी के मार्गों को देखने के लिए जाता है अथवा जाने
वाले का समर्थन करता है। 22. जो भिक्षु अश्व, हस्ती, महिष, वृषभ, कुक्कुट, मर्कट (बंदर), लावक पक्षी, बत्तख, तित्तिर,
कबूतर, कुरज या चातक (पक्षी) आदि को शिक्षित करने का स्थान देखने के लिए जाता है और
अथवा जाने वाले का समर्थन करता है। 12 23. जो भिक्षु अश्वयुद्ध, गजयुद्ध, ऊँटों का युद्ध, सांडों (बैलों) का युद्ध, महिष (भैंसों) का युद्ध,
___मेंढों का युद्ध, कुक्कुटयुद्ध, मर्कटयुद्ध, लावकयुद्ध, बत्तखयुद्ध, तित्तिरयुद्ध, कपोतयुद्ध, चातकयुद्ध,
अशला
| निशीथ सूत्र
(216)
Nishith Sutra