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________________ पटे 21. जे भिक्खू गाम-पहाणि वा जाव रायहाणि-पहाणि वा चक्खुदंसणवडियाए बार अभिसंधारेइ,अभिसंधारेंतं वा साइज्जइ। 22. जे भिक्खू-1. आस-करणाणि वा, 2. हत्थि-करणाणि वा, 3. महिस-करणाणि वा, 4. वसहकरणाणि वा, 5. कुक्कुड-करणाणि वा, 6. मक्कड-करणाणि वा, 7. लावय-करणाणि वा, 8. वट्टयकरणाणि वा, 9. तित्तिर-करणाणि वा, 10. कवोय-करणाणि वा, 11. कविंजल-करणाणि वा चक्खुदंसणवडियाए अभिसंधारेइ, अभिसंधारेंतंवा साइज्जइ। 23. जे भिक्खू-1. हय-जुद्धाणि वा, 2. गय-जुद्धाणि वा, 3. उट्ट-जुद्धाणि वा, 4. गोण जुद्धाणि वा, 5. महिस-जुद्धाणि वा, 6. मेंढ-जुद्धाणि वा, 7. कुक्कुड-जुद्धाणि वा, 8. मक्कड-जुद्धाणि वा, १. लावय-जुद्धाणि वा, 10. वट्टय-जुद्धाणि वा, 11. तित्तिर-जुद्धाणि वा, 12. कवोय-जुद्धाणि वा, 13. कविंजल-जुद्धाणि वा, 14. अहि-जुद्धाणि वा, 15. सूकर-जुद्धांणि वा चक्खुदंसणवडियाए अभिसंधारेइ, अभिसंधारेंतं वा साइज्जइ। 24. जे भिक्खू-1. जूहिय-ठाणाणिवा, 2. हय-जूहिय-ठाणाणि वा, 3. मय-जूहिय-ठाणाणि वा, 4. गय-जूहिय-ठाणाणि वा, 5. अणियाणि वा, 6. वज्झं वा णीणिज्जमाणं पेहाए चक्खुदंसणवडियाए अभिसंधारेइ, अभिसंधारेंतं वा साइज्जइ। 8 25. जे भिक्खू-1. आघाइय ठाणाणि वा, 2. माणुम्माणिय ठाणाणि वा, 3. महया-हय-नट्ट गीय-वाइय-तंती-ताल-तुडिय-घण-मुइंग-पडुप्पवाइय ठाणाणि वा चक्खुदंसणवडियाए र अभिसंधारेइ, अभिसंधारेंतं वा साइज्जइ। 12 26. जे भिक्खू-1. कलहाणि वा, 2. डिम्बाणि वा, 3. डमराणि वा, 4. महाजुद्धाणि वा, पर 5. महा-संगामाणि वा, 6. जूयाणि वा, 7. सभाणि वा चक्खुदंसणवडियाए परे अभिसंधारेइ, अभिसंधारेंतं वा साइज्जइ। घर 27. जे भिक्खू-1. कट्ठ-कम्माणि वा, 2. पोत्थ-कम्माणि वा, 3. चित्त-कम्माणि वा, 4. मणि-कम्माणि वा, 5. दंत-कम्माणि वा, 6. गंथिमाणि वा, 7. वेढिमाणि वा, 8. पूरिमाणि वा, 9. संघाइमाणि वा, 10. विविहाणि-कम्माणि चक्खुदंसणवडियाए अभिसंधारेइ, अभिसंधारेतं वा साइज्जइ। 32 28. जे भिक्खू विरूवरूवेसु महुस्सवेसु इत्थीणि वा, पुरिसाणि वा, थेराणि वा, मज्झिमाणि वा, डहराणि वा, अणलंकियाणि वा,सुअलंकियाणि वा, गायंताणि वा, वायंताणिवा, नच्चंताणि वा, हसंताणि वा, रमंताणिवा, मोहंताणि वा, विउलं असणंवा, पाणं वा,खाइमंवा, साइमंवा परिभायंताणि वा, परिभुजंताणि वा चक्खुदंसणवडियाए अभिसंधारेइ, अभिसंधारेतं वा साइज्जइ। 29. जे भिक्खू समवायेसु वा, पिंडणियरेसु वा, इंदमहेसु वा जाव आगरमहेसु वा अन्नयरेसु वा विरूवरूवेसुमहामहेसु चक्खुदंसणवडियाए अभिसंधारेइ, अभिसंधारेंतं वा साइज्जइ। बारहवाँ उद्देशक (215) Twelfth Lesson
SR No.002486
Book TitleAgam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Sthanakavsi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherPadma Prakashan
Publication Year2015
Total Pages452
LanguageHindi, Prakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_nishith
File Size20 MB
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