________________
है। आत्मा कभी भी उत्पन्न नहीं होती उसका निर्माण कभी भी नहीं होता, अतः वह कभी भी नष्ट नहीं होती। आत्मा सदैव अविनाशी है। अतः इस नियम के आधार पर ही पूर्व जन्म और भावि जन्मों की सिद्धि होती है। पुनर्जन्म और पूर्व जन्मोंकी सिद्धि में यही सिद्धान्त कार्य करता है। पुनर्जन्म अर्थात् पुनः जन्म-वापिस जन्म। वापिस जन्म या पुनर्जन्म शब्द का अर्थ क्या सूचित करता है? अर्थात् इस जन्म से पूर्व आत्मा अन्य अनेक जन्म ले चुकी है, और अब इस जन्म को पुनः धारण किया है, अतः पुनः शब्द का प्रयोग हुआ है । शब्द में भी पुनः के अर्थ में ही प्रयुक्त है। यह जन्म धारण करनेवाला कौन? तो कहते हैं कि यह आत्मा है। यदि आत्मा न होती तो यह जन्म पुनः कौन धारण करता? अतः कदापि न मरने वाली और कदापि न नष्ट होनेवाली ऐसी आत्मा पुनः पुनः एक शरीर का परित्याग कर नवीन शरीर धारण करती है जिसे हम जन्म लेना कहते हैं। जन्म अर्थात् आत्मा का पुनः नवीन देह धारण करना, देह के साथ नवीन संसर्ग का नाम है जन्म और देह के साथ वियोग का नाम है मृत्यु। पूर्व जन्म अर्थात् भूतकाल में हुए जन्म, पुनर्जन्म अर्थात् वापिस धारण किये जाते जन्म जिन्हे हम पुनर्जन्म कहते हैं। यह बात आत्मा के अनुत्पन्न अविनाशीपन के सिद्धान्त पर आधारित है। यदि आत्मा ही नष्ट हो गई होती, अथवा यदि आत्मा का ही अस्तित्व नहीं होता, तो यह जन्म यह शरीर पुनः कौन धारण करता? अतः आत्मा को अनादिअनंत, नित्य शाश्वत पदार्थ मानना ही पडता है।
इसी प्रकार समस्त ब्रम्हांड, धर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय आकाश, आत्मा, लेकर (चौदह राज लोक) आदि, अनेक पदार्थ अनादि अनंत नित्य और शाश्वत है, अविनाशी है तथा अनंत काल तक नित्य रहनेवाले हैं । ये कभी भी नष्ट होनेवाले नहीं है । इसी प्रकार नवकार महामंत्र भी नित्य शाश्वत और अविनाशी है, यह कदापि विनष्ट होने वाला नही है। चौदह राजलोक रुप समस्त ब्रम्हांड में नवकार सदैव सर्वत्र आराधित रहा है और रहेगा। भूतकाल में अनंत अरिहंत हो चुके हैं, अनंत आत्माओंने मोक्षगमन किया है। मोक्ष में जाने का श्रीगणेश कब से हुआ? अरिहंत बनने की शुरुआत कब से हुई? सर्व प्रथम अरिहंत कौन बने थे? इनका नाम और क्रमांक क्या था? इसी प्रकार सर्व प्रथम मोक्ष में कौन गए थे? कौन सा जीव सर्व प्रथम मोक्षगमन का सौभाग्य प्राप्त कर सका था? उसका नाम क्या था? इन सभी . प्रश्नों का उत्तर यदि प्राप्त हो सकता हो तो नवकार का भी उत्तर मिल सकता हैं
23