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________________ - ३२ - २०४ २०५ २०६ २०७ २०६ २१२ २१६ २१७ २१७ २१८ २२४ २२५ २२६ २२७ २२६ २२६ विष्णुमयसृष्टिवाद की असत्यता आत्माद्वंतवाद की असत्यता एकब्रह्मवाद की असत्यता सांख्यदर्शन का आत्मा का अकर्तृत्ववाद सांख्यदर्शन के मत की असत्यता पंचकारणसमवाय में सत्यासत्यता पारमार्थिक धर्म की ओट में असत्यवादिता विविध कारणों से झूठ बोलने वाले हिंसात्मक पेशे वाले असत्यवादी असत्यवादियों की मनोवृत्ति असत्य के कटुफल असत्य के फलभोग को न जानने वाले नरक और तिर्यंचयोनियों में असत्य के कुफल का भोग मनुष्यगति में असत्य भाषण का दण्ड क्रिया की प्रतिक्रिया के रूप में असत्य का फल असत्यभाषण के फलभोग का स्वरूप फल भोगे बिना छुटकारा नहीं असत्यभाषण का संक्षेप में स्वरूप ४-तृतीय अध्ययन : अदत्तादान-आश्रव अवत्तादान का स्वरूप अदत्तादान का लक्षण और उसकी व्याख्या अवत्तादान के पर्यायवाची नाम और उनको व्याख्या चोरी करने वाले कौन ? साहसिक चोरों और व्यावसायिक चोरों का स्वरूप चोरी करते समय होने वाली परस्थितियां चोरी के दुष्परिणाम चोरों को मिलने वाली भयंकर यातनाओं का वर्णन चोरों के लिए विविध कठोर बन्धनों का वर्णन चोरी की आदत के कारणों पर विचार चोरों के साथ कंदखाने का कठोर व्यवहार मृत्युदण्ड के विविध रूप चौर और चौर्यकर्म के उत्पत्ति के प्रकार चोरी के कटुफल : अन्यगतियों में २३० २३१ २३३ . २३७ २४४ २६६ २७१ २७२ २८७ २८८ २६० २६२ २६३ २६४ २६५
SR No.002476
Book TitlePrashna Vyakaran Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherSanmati Gyanpith
Publication Year1973
Total Pages940
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_prashnavyakaran
File Size21 MB
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