________________
विषय सूची | ५१
३५६, [३] स्थूल अदत्तादान विरमण २५६, [४] इच्छा परिमाण व्रत- - परिग्रह परिमाण व्रत २६०, परिग्रह के दो भेद - भावपरिग्रह और द्रव्य - परिग्रह २६० परिग्रह परिमाण व्रत के पाँच अतिचार २६१, तीन गुणव्रत २६२, गुणव्रतों का स्वरूप २६२, [१] दिक्परिमाणव्रत २६२, दिक्परिमाण के पांच अतिचार २६३, [२] उपभोगपरिभोग परिमाणव्रत २६३ व्रत का स्वरूप २६३, इस व्रत में वर्जि त करने योग्य वस्तुएँ ३६४, उपभोग्य - परिभोग्य २६ प्रकार के पदार्थ ३६४, चौदह नियम ३६५, पन्द्रह कर्मादानों का सर्वथा त्याग ३६६, उपभोग- परिभोग परिमाण व्रत के पांच अतिचार ३६७, [३] अनर्थदण्ड विरमण व्रत ३६७, अनर्थदण्ड विरमण व्रत के चार प्रकार ३६७, पांच अतिचार ३६७, चार शिक्षाव्रत ३६८, [१] सामायिक व्रत ३६८, चार विशुद्धियाँ २६८, पांच अतिचार ३६६, [२] देशावकाशिक व्रत ३६६, पांच अतिचार ३६६, [३] परिपूर्ण पौषधव्रत पाँच अतिचार ३७०, [४] अतिथि संविभागवत ३७१, पांच अतिचार ३७९, श्रावैक के तीन मनोरथ ३७२, अपश्चिम मारणांतिक संलेखना ब्रत ३७३, पांच अतिचार २७३ श्रावक की ग्यारह प्रतिमा ३७४ ।
३७०,
२७५–२६४
२७५–२६४
नवम कलिका
१६. प्रमाण- नय स्वरूप [ सम्यक्ज्ञान के सन्दर्भ में ]
प्रमाणवाद २७५. प्रमाण शब्द की व्याख्याएँ २७५, प्रमाण का फल २७६, प्रमाण के भेद-प्रभेद २७६, प्रत्यक्ष प्रमाण और उसके भेद २७६, परोक्ष प्रमाण २७७, परोक्ष प्रमाण के भेद-प्रभेद २७७ सात हेतु २७६ परार्थानुमान के अवयव २८०, नयवाद ३८०, नय की व्याख्या २८१, नय के प्रकार २८१, [१] नैगमनय २८३, नैगमनय के तीन प्रकार २८४ [२] संग्रहनय २८४ संग्रह नय के दो भेद ३८५, [३] व्यवहार नय २८५, [४] ऋजुसूत्र नय २८५, [५] शब्द नय २८६, [६] समभिरूढ़ नय २८६ [७] एवंभूतनय २८६, नयों की उत्तरोत्तर सूक्ष्मता २८७, निक्षेपवाद २८७, निपेक्ष का आशय २८७, निक्षेप के प्रकार २८८ [१] नाम निक्षेप २८८ [२] स्थापना निक्षेप २८८ [३] द्रव्य निक्षेप २८६,४, भाव निक्षेप २६०, अनेकान्तवाद स्यादवाद २६०, जैनागमों में अनेकान्तवाद के उदाहरण २६१, सप्तभंगी २६३, सप्तभंगी को समझने के लिए व्यावहारिक उदाहरण २६४ । परिशिष्ट [ विशिष्ट शब्द सूची उद्घृत ग्रन्थ सूची
२६५
३१४