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जैन तत्व कालिका
छठी कलिका
सम्यग् दर्शन के सन्दर्भ में :आत्मवाद, लोकवाद, कर्मवाद, क्रियावाद आस्तिक-नास्तिक-परिभाषा आत्म-अस्तित्व मीमांसा.. आत्मा का स्वरूप-विविध विचार बिन्दु लोकवाद : एक समीक्षालोक-स्वरूप : आकार एवं विस्तार लोक कर्तृत्व-मीमांसा कर्मवाद : एक मीमांसाकर्मवाद एवं अन्य दर्शन तथा वाद अदृष्टवाद, प्रकृतिवाद, भूतकाद, मायावाद कालवाद, स्वभाववाद, पुरुषार्थवाद आदि कर्म-स्वरूप कर्म की प्रकृतियां मोक्षवाद : मोक्षप्राप्ति के साधन : ध्यान-स्वरूप मोक्ष का शास्वतत्व गुणस्थान क्रम