________________ श्री वरुण मुनि जी म. 'अमर शिष्य डबल एम.ए. प्रस्तुत पुस्तक के लेखक हैं - सुललित लेखक श्री वरुण मुनि जी महाराज। 'अमर शिष्य' उपनाम से संघ में विश्रुत श्री वरुण मुनि जी एक युवामनीषी संत हैं। ये न केवल युवा हैं बल्कि यौवनीय उत्साह और उमंग से भी इनका समग्र व्यक्तित्व ओत-प्रोत है। अपने आराध्य गुरुदेव की एकलव्ययी निष्ठा के साथ नंदीषणयी सेवा आराधना के साथ-साथ ये उनकी श्रुत-साधना में भी पूरे मनोयोग से अपनी ऊर्जाओं का संयोजन कर रहे हैं। सेवा, सर्जना और साधना की सौरभ से सुरभित मुनिवर का व्यक्तित्व युवापीढ़ी के मुनियों के लिए एक आदर्श है। श्रमण संघ आशान्वित है, अपने इसी उत्साह, उमंग और उद्यम के साथ मुनिवर साधना और सर्जना के पथ पर बढ़ते हुए स्वर्णिम इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय सिद्ध होंगे। 3000NTuta -yed TIME Kingston vielandola Caftepucio HOTOPHAGUA ORUEManagu HASNA siniose d onatiny