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________________ चित्र सं० २८. विपरीत अष्टदल कमल चित्र में श्लोक ११८ का उत्तर ___ 'अवलोकनकुतूहले' चित्र सं० ३१. पद्मान्तर जाति चित्र में पद्य १४५ का उत्तर-- 'तामस, समता, सारस, सरसा, साहस, सहसा, मारस, सरमा, समरहर, तासासामास' चित्र सं०३२. पप जाति चित्र में पद्य २६ का उत्तर 'विप्र, विधा, विना, विग्रा, विप्रधानाना' । चित्र सं० ३३. पद्मान्तर-जाति चित्र में श्लोक १४७ का उत्तर 'कलमे, मेलम, करता, तारक, कवसे, सेवक, कराव, वराक, कलरवरामे, तासेवक' चित्र सं० ३४. मन्थानान्तर जाति चित्र में श्लोक ३२ का उत्तर ___'मनसा, विनता' चित्र सं० ३६. मन्यान जाति चित्र में पद्य १४५ का उत्तर 'तामस, समता, सारस, सरसा, साहस, सहसा, मारस, सरमा, समरहर, तासासामास' पद्य १४५ का उत्तर कवि ने चित्र सं० ३१ और ३७ में भिन्न-भिन्न जाति के चित्रों में दिया है। चित्र सं०३८. मन्थानान्तर जाति चित्र में श्लोक १२ का उत्तर __'ना युवा, वायुना, जायुपा, पायुजा' चित्र सं० ३६. मन्थानान्तर जाति चित्र में पद्य ६६ का उत्तर-... 'नालिन, नलिना, मालिनी, नीलिमा, नामानि, इनं, प्रालि' चित्र सं० ४०. मन्थानान्तर जाति चित्र में श्लोक १४३ का उत्तर 'कालिदासकविना, नाविकसदालिका, तामरसविदम, मदविसरमता, सरकविदामविदलिता नाम का' चित्र सं.४१. मन्थान जाति चित्र में पद्य १३३ का उत्तर 'ये रता जिनमते, तेमनजितारये, लेखराजिमासन, नसमाजिराखले' चित्र सं० ४२. मन्थान जाति चित्र में श्लोक १३२ का उत्तर-- 'मायानमदनदा, दानदमनयामा, हारदामकाम्यया, याम्यकामदारहा'
SR No.002461
Book TitleVallabh Bharti Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherKhartargacchiya Shree Jinrangsuriji Upashray
Publication Year1975
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size25 MB
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