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संदर्भ सूचि
अष्ट सहस्त्री
अध्यात्मसार
अनेकान्तवाद : एक परिशीलन - विजयमुनिशास्त्री अनेकान्त है तीसरा नेत्र : मुनि महाप्रज्ञजी
अनेकान्त और स्याद्वाद : उदयचन्द्रजी
संदर्भ सूचि
अनेकान्त स्याद्वाद और सप्तभंगी एक चिन्तन : सागरमल जैन अनेकान्तवाद-1 द- एक समीक्षात्मक अध्ययन : राजेन्द्रलाल डोसी
- यशोविजयजी
अनेकान्त व्यवस्था
अनेकान्त जयपताका : एच. आर. कापडिया
अभिधान राजेन्द्रकोश भाग - ८, राजेन्द्रसूरि
अमर भारतीय श्रमण संस्कृति विशेषांक - लेख 'अनेकान्त की प्राचीनता' आगम युग का जैन दर्शन : दलसुख मालवणिया
आत्म मीमांसा - समन्तभद्र
आचारांगसूत्र
इन्डियन फिलासफी
इशोपनिषद
दीघनिकाय
चार्वाक दर्शन
छान्दोग्य उपनिषद
जैन दर्शन : महेन्द्रकुमार
जैन दर्शन : मोहनलाल महेता
जैनदर्शन मनन और मीमांसा - मुनि नथमलजी तत्त्वार्थसूत्र : उमास्वाति
दर्शन और चिंतन - पं. सुखलालजी सिंघवी अनांगसूत्र
न्यायवतार वार्तिकवृति - दलसुख मालवणिया
न्याय खण्डन खाद्य
पुरुषार्थ सिद्धयुपाय - अमृतचन्द्रसूरि
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