________________
( २३८) जैन जाति महोदय प्रकरण पांचवा. व्यक्ति को चाहिये कि यह अपनी अपनी जाति का इतिहास मुद्रित करावे या हमारे पास भेजे कि इस ऐतिहासिक ग्रन्थ के साथ जोड़ दिया जाय । ____ लुणावत, सिन्धुड़ा, चरड़, कांकरिया, सोनी, कस्तुरिया, बोहरा, अच्छुपत्ता, पारणिया, वरसांणि, सुँघड़, संडासिया, करणा, तुता, लेरक्खा, लुंग, चंडालिया, भाखरिया, गरिया, टीबाणी, काजलिया, रांणोत, काग, गुरुड़ धाडावत, चापड़ा, सालेचा, बागरेचा, सोनी, कुंकमचोपड़ा, धूपिया, कुकडा, गणधरचोपड़ा, जावलिया, वटवटा, सफलाबोहरा, कोटारी, भल, भला, नक्षत्र, घीया, खजानची, कांकरेचा, कुबेरिया, पटवा, लेहरिया, चौहाना, तुड, वागमार, फलोदीया, हरसौरा, तोला, साचा, पीडोलिया, पीपला, बोहरा, न:गोरी, हथुडिया, छप्पनिया, रातडिया, पितलिया, गौड, मंडोवरा, माला, वीतरागा, कीड़ेचा, गुंदेचा, गोगलिया, वागाणी, छाजेड़, नक्खा, चावा, राखेचा, पुंगलिया, पावेचा, धामाणी, ( उपकेशगच्छ वंशावलियों से )
माडोत, सुधेचा, धूवगोत्ता, रातड़िया, बोत्थरा,-बच्छावत, मुकीम, फोफलिया, कोठारी, कोटड़िया, धाडिवाल, धाकड़, नागगोता, नागशेठिया, धरकट, खीवसरा, माथुरा, सोनेचा, मकवाण, फितुरिया, खाषिया, सुखिया, संकले ना, डागलिया, पांडु.