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(५६) श्री क्षेत्र बाति महोदय प्र० बोषा. खुमाणा एवं १८ साखामों कुलहट गोत्रसे निकली वह सस भाई है।
(७) मूलगौत्र विरहट-विरहट, मुरंट, तुहाणा, प्रोसवाला, लघुभुरंट, गागा, नोपत्ता, संघवी, निबोलीया, हांसा, धारीया, राजसरा, मोतीया, चोधरी, पुनमिया सरा, उजोत, एवं १७ साखाओं विरहट गौव से निकली है वह सब भाई है।
(८) मूल गौत्र श्री श्रीमाल-श्रीश्रीमाल, संघवी, लघुसंघवी, निलडिया, कोटडिया, माबांणी नाहरलाणी, केसरिया, सोनी, खोपर, खजानची, दानेसरा, उद्धावत, अटकलीया, धाकडिया भीन्न- . माजा, देवड, माडलीया, कोटी, चंडालेचा, साचोरा, करवा एवं २२ साखामों श्रीश्रीमाल गौत्रसे निकली वह सब भाई है।
(९) मूल गौत्र श्रेष्ठि—श्रेष्ठि, सिंहावत् , भाला, रावत, वैद, मुत्ता, पटवा, सेवडिया, चोधरी, थानावट, चीतोडा, जोधावत् , कोटारी, बोत्थाणी, संघवी, पोपावत, ठाकरोत् , बाखेटा, विनोत्, देवराजोत्, गुंदीया, बालोटा, नागोरी, सेखांणी, लाखांणी, भुरा, गान्धी, मेडतिया, रणधीरा, पातावत् , शूरमा एवं ३० साखामो श्रेष्ठि गौत्रसे निकली वह सब भाई है।
(१०) मूलगौत्र संचेति-संचेति ( सुचंति साचेती ) ढेलडिया, धमाणि, मोतिया, बिंबा, मालोत्, लालोत् , चोधरी, पालाणि लघुसंचेति, मंत्रि, हुकमिया, कनारा, हीपा, गान्धी, बेगाशिया, कोठारी, मालखा, छाडा, चितोडिया, इसराणि, सोनी,