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जैन जातिमहोदय.
( ५ ) मरीची कपिल और सांख्यमत ... .... वैताड़ का राज और नमिविनमि की ४८००० विद्याभों भरत बाहुबली का युद्ध और १८ भाइयों की दीक्षा .... चार आर्य वेदों की रचना और जैन ब्राह्मण.... .... १६ भगवान ऋषभदेव का निर्वाण.... .... सम्राट चक्रवर्ति महाराजा भरत .... भरत बाहुबल की संतानसे सूर्य व चंद्र वंश.... भगवान अजीतनाथ तीर्थकर .... सम्राट् चक्रवर्ती महाराजा सागर भगवान् संभवनाथ तीर्थकर ,, अभिनन्दन ,
सुमतिनाथ , पद्मप्रभ
सुपार्श्वनाथ , ., चन्द्रप्रभ ,
, सुविधिनाथ ,, मार्य वेदोंमें परावर्तन और ब्राह्मणभाष्यों की उत्पत्ति भगवान् शीतलनाथ तीर्थकर ....
श्रीयंसनाथ , ,, वासुपूज्यस्वामी,, ,, विमलनाथ , , अंनंतनाथ ,