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विषय
जैन पाठशाला लायब्रेरी
५७ - धर्मशाला से सराय में पधारना
५८ - दूँ ढियों की माफी और पूज्यजी का तार
५९ - धर्मसुन्दर की दीक्षा
६० - वीसलपुर में गलतफहमी का फैलाना
गणेशजी व राजकुँवर का आना संवेगी क्यों हुए चर्चा
प्यारचंदजी और गयवर विलास
कुटम्ब को वासक्षेप देकर संवेगी बनाना
६१ - फलौदी के चतुर्मास में ज्ञान प्रचार ६२ - जैसलमेर की यात्रार्थ विहार ६३ - खीचन्द में पूज्यजी का पधारना
पूज्यजी का व्याख्यान और मूर्तिपूजा सूरजमलजी के प्रश्नों का उत्तर
६४ -- फलोदी में पूज्यजी का मिलाप
पूज्यजी शास्त्रार्थ को लिये साफ इन्कार जिनप्रतिमा जिनसारखी
धनराजजी साधु का श्राना
६५ - लोहावट में सूत्रों की वाचना लोहावट से ओसियां
सियां में विजय नेमिसूरि का पधारना अप्रतिष्ठित मूर्तियों की चर्चा
प्रश्न- व्याकरण का प्रश्न
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