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गुजरात विभाग : २- जुनागढ जिला
सहसावन पादुका
सहसावन श्री नेमिनाथजी पादुका
प्रभु दर्शन सुख सम्पदा, प्रभु दर्शन नवनिध। प्रभु दर्शन थी पामीये, सकल पदारथ सिद्ध -१ भावे भावाना भावीए, भावे दीजे दान । भावे जिनवर पूजिये, भावे केवल ज्ञान -२ जीवड़ा जिनवर पूजिये, पूजाना फल होय; राजा नमे प्रजा नमे, आण न लोपे कोय -३ फुलड़ा केरा बागमाँ, बैठा श्री जिनराय, जेम तारामां चन्द्रमा, तेम शोभे महाराय-४ वाडी चम्पो मोरिओ, सोवन पांखडीए, पार्श्व जिनेश्वर पूजिये, पाँचे आँगलीए -५ त्रिभुवन नायक तुंधणी, महा मोटो महाराज म्होटे पुण्ये पामीयो तुज दरिसन हुं आज - ६ आज मनोरथ सवि फल्या, प्रगटया पुन्य कल्लोल, पाप करम दूरे टल्या, नाठा दुःख दंदोल -७ प्रभुनामनी औषधि, खरा भाव थी खाय रोग पीड़ा व्यापे नहि, महादोष मीट जाय -८
सहसावन जिन मंदिर मूलनायक श्री नेमिनाथजी