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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१ SAHALASSHAHARAM
श्रीमहावी
MAHARMATHALISAILINDE
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अहा केवु भाग्य जाग्युं,
वीर नां चरणो मळ्यां ; रोग शोक दारीद्र सघळां,
जेहथी दूरे टळ्यां . अहा //9// फेरो फर्यो छे. दुर्गतिनो,
शुभगति तरफेणमां; अल्पकाळे मोक्ष पामी,
विचरशुं आनंदमां. अहा //R// जेमना तपनो न महिमा,
करी शके शक्रेश भी; तेमने हुं स्तवं शुं बालक,
शक्तिनो ज्यां लेश नहि, अहा. ||३|| कामधेनु कामकुंभ,
चितामणि प्रभु तुं मळयो; आज मारे आंगणे,
श्री वीर कल्पतरू फळ्यो . अहा. //४|| लब्धिना भंडार व्हाला,
वीर वीर जपता थयां; गौतम श्री मोक्षधामी,
जे प्रभुनी खरी दया. अहा. //५//
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मूलनायक श्री महावीर स्वामी (२५०० साल पूराने)
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पीछे के भाग में श्री आदीश्वरजी ५०० साल पूराने
कलिकाल सर्वज्ञ श्री हेमचंद्राचार्यजी PREETAR BARRORI
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