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________________ ३१६) 樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂 ३. तपोवन धारागिरी 19010001000900100 Thre wwww मूलनायक श्री शान्तिनाथजी - श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग - १ 樂樂麻 मूलनायकजी - श्री शान्तिनाथजी इतिहास - यहाँ शान्तिनाथ भगवान का सुंदर मंदिर है। भोयरे में शंखेश्वर पार्श्वनाथ प्रभु विराजमान है। अंजन शलाका प्रतिष्ठा पू. आ. श्री भुवन भानु सूरिजी म. के वरद हाथों से अत्यन्त उल्लास पूर्वक वि. सं. २०४३ में हुई । २००० आदमी बैठ सके इतना विशाल रंग मंडप है। पू. पं. श्री चन्द्रशेखर विजयजी महाराज की प्रेरणा से विद्यार्थियों को धार्मिक शिक्षण-संस्कार मिल सकें इस आशय से उनके रहने वगैरह की सारी व्यवस्था के आयोजन रूप तपोवन है। व्यवस्था - नवसारी से ५ कि.मी. । धर्मशाला, भोजनशाला की सुन्दर व्यवस्था है। रेल्वे बम्बई-अहमदाबाद मार्ग पर गाँव है। तपोवन रोड से १ कि.मी. है। तपोवन जैन मंदिर **** 來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來 ※乘乘乘乘乘乘乘乘乘乘國泰奧良乘桌與桌來來
SR No.002430
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1999
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size114 MB
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