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गुजरात विभाग : १८ - वलसाड जिला
(३१५
२. जलालपोर
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जलालपुर जैन मंदिर
मूलनायक श्री शान्तिनाथजी
मूलनायकजी - श्री शान्तिनाथजी इतिहास - प्राचीन प्रतिमायें है। १०० वर्ष २०५२ में हुए हैं। यह प्राचीन निर्माण कार्य से ज्ञात हुआ है।
आ. श्री कमल सूरिजी महाराज इस स्थान से स्वर्गवासी हुए, जिससे उनकी गुरु मूर्ति भी यहाँ पर है।
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कर्या घणां में पाप जीवन मा ओक ओक थी भारे,
____ अश्रु टपकी पडे आंखथी याद करुं छु ज्यारे, थाशे शुं मुझ जईश प्रभु क्या भवसायर छे भारे,
पश्चातापे बली रा छे आ अंतर त्यारे... अहमने ममनी मथामण मां जीवन आखं खोयु
पण आ स्वार्थी जगमां स्वामी मारुं कोई न थयु, तलसी रह्यों छु रात दिन मेलववा जीवन साथी,
पण तुज विना क्याये न मलीयो मोटो जीवन साथी
पू. आ. श्री विजयकमल सू. म. शुरु मूर्ति