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________________ गुजरात विभाग १६ भरुव जिला : - ES SEEN DALANS SUPER STA K FY पाचस्यापरी किन्द्रिय मूलनायकजी श्री शान्तिनाथजी यहाँ पहले प्राचीन मंदिर था हुई और शिखर बंद मंदिर बना है। इसके बाद १९९१ में विस्तार कर प्रतिष्ठा अन्तिम जीर्णोद्धार कराके वि. सं. २०११ माघ सुदी १० को नवीन प्रतिष्ठा करायी है। यहां पर प्राचीन पट है। जी आइडीसी में मंदिर है। और यहां पास में सं. २०५२ में नया मंदिर भव्य बना है। भरूच - सूरत के मध्य रेल्वे स्टेशन तथा हाईवे पर है। दीन्द्रिय वि क सेन्ट्रि NK तिच जीन्द्रिय मूलनायक श्री सुमतिनाथजी दिव जलचर १४. राजपीपला चे forg सेयर राजपीपला जैन मंदिर मूलनायकजी - श्रीसुमतिनाथ भगवान प्राचीन प्रतिमायें खंभात तथा छाणी से लायी गयी है। यहाँ जीर्णोद्धा के बाद प्रतिष्ठा वि. सं. २०१६ माघ सुदी ११ के दिन हुई है। भरूच तथा अंकलेश्वर से आ सकते है। समीप में झघडिया जी तीर्थ है। ANCE CAN BAIN CALAS SYRU 鏡 (३०७ FDF 2014
SR No.002430
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1999
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size114 MB
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