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मूलनायक श्री पद्मप्रभ स्वामी
२. जंबूसर
मूलनायक जी श्री पद्मप्रभ स्वामी
संप्रति महाराजा के समय की यह प्रतिमाजी एवं मंदिर है। नीचे भोंयरे में
नेमिनाथ एवं उपर के भाग में आदीश्वरजी की प्रतिमाजी है।
वासुपूज्य स्वामी का प्राचीन मंदिर शिखरबन्द है ।
भरूच - वडोदरा से बस मिलती है। समीप में कावी गन्धार तीर्थ है।
३. बणछरा तीर्थ
श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१
जंबूसर जैन मंदिर
जयति शासनम
मूलनायकजी चिन्तामणि पार्श्वनाथजी
यह प्रतिमाजी अति प्राचीन सुन्दर एवं प्रभावपूर्ण है। यह गाँव प्रथम वच्छ
नगर था।
जहाँ पर भोजनशाला, धर्मशाला, उपाश्रय, भाताखाता है। बड़ोदरा से पादरा से एवं जंबुसर से आ सकते है।