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गुजरात विभाग : ९ - महेसाणा जिला
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१९. वीसनगर तीर्थ
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वीसनगर जैन देरासरजी
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मूलनायक श्री कल्याणी पार्श्वनाथजी
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मूलनायक श्री कल्याणजी पार्श्वनाथजी
यह पुराना तीन मंझीला का देरासर है । ईस लिये बड़ा 'अष्टापदजी देरासर भी बहुत अच्छा है । शांतिनाथजी देरासर माना जाता है । यह जिनालय वीरनगर के पोरवाड प्रभूजी का जिनालय लाल दरवाजा के पास है । श्रावक शेठ गुलाबचंदने बनवाया है। सं. १८६३ फा. सुद अनंतनाथजी प्रभका जिनालय काजीवाडा में है। ३ के दिन प्रतिष्ठा संपन्न हुई थी । उससे पहले यहाँ
सुमतिनाथ और शांतिनाथ जिनालय (दिपडा दरवाजा) के पास पूराना देरासर था । उसकी प्रतिमा महेसाणा के पूराने
है। आंबेलशाला, धर्मशाला, भोजनशाला और भी कुएं में से मिली थी । दूसरी मंझील पे सहस्रफणा पार्श्वनाथजी
उपाश्रय है । यहाँ पर ४०,००० हजार की बस्ती है । जैनो के और तीसरी मंझील पे गोड़ी पार्श्वनाथजी का जिनालय है ।
६०० घर है। सुहानी भमति भी है।
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२०. ऊंजा
मूलनायक श्री कुंथुनाथजी
यह सुहामना बड़ा जिनालय है । ८०० साल पुरानी प्रतिमा इस जिनालय में है । यहाँ पे शिखरबंध तीन देरासर लोगो को धर्म का संदेश देता है । और तीन घर देरासरजी भी है।
जैनों के ४०० घर है। गुजरात में व्यापार का यह प्रमुख नगर है।