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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१
मूलनायक श्री कुंथुनाथजी
ऊंझा जैन देरासरजी
२१. वालम तीर्थ
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मूलनायक श्री नेमिनाथजी ।।
यह देरासर बहुत पुराना है । सौराष्ट्र में जैसे गिरनार है उसी तरह उत्तर गुजरात में वालम तीर्थ है । नेमिनाथ प्रभु की प्रतिमा बहुत पुरानी है। भारत के जैन तीर्थो का इतिहास में वालमतीर्थ भी बहुत प्रचलित है। म यहाँ पे भक्तजनों की आवन-जावन बहुत रहती है। जैन भोजनशाला और धर्मशाला की बहुत सी सुविधा है।
यह तीर्थ विसनगर-ऊंझा के रास्ते पर आया हुआ है। महेसाणा, ऊंजा, विसनगर से एस.टी.बसे मीलती है । विसनगर से ८ की.मी. और ऊंजा से १४ कि.मी. यह वालम तीर्थ है।
वालम तीर्थ जैन देरासरजी