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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१
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मूलनायक जी श्री चन्द्रप्रभस्वामी शिखर बन्द मंदिर हैं। बगल में घर मंदिर हैं। उसमें लिखे अनुसार वि.सं. १९३२ में बनाया है। प्रतिष्ठा वि.सं. १९३४ जीर्णोद्धार- वि.सं.२०२२ जेठ सुद २ यहाँ पर कच्छी दशा ओसवाल रहते हैं।
यह श्री श्वे.मू. अचलगच्छ जी जैन संघ का मंदिर हैं। जामनगर खभालीया हाईवे ऊपर ही मंदिर हैं। पास में घर मंदिर १९३२में हुआ। १९३४ में उसकी प्रतिष्ठा पू.मुं. श्री महोदय सागरजी म. की निश्रा में हुई है।
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चन्द्रप्रभ प्रभोश्चन्द्र मरीचि निचयोज्जवला मूर्तिर्मूर्त सित ध्यान निर्मितेव श्रियेऽस्तु वः.
मूलनायक श्री चंद्रप्रभस्वामी
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३३. नवागाम - जैनपुरी
मूलनायक श्री चन्द्रप्रभुजी
नवागाम जैन मंदिर
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