________________
गुजरात विभाग : ५ - जामनगर जिला
(१०७
संभव
संभव.२
संभव जिनवर विनति, अवधारों गुण ज्ञातारे, खामी नहीं मुज खीजमते, कदिय होशो फल दातारे। करजोडी उभो रहुं, रात दिवस तुम ध्याने रे, जो मनमा आणो नहि, तोशुकही थाने रे।। खोट खजाने को नहीं, दीजीये वांछित दानोरे, करुणा नजर प्रभुजी तणी, वाधे सेवक वानोरे । काललब्धि मुज मति गणो, भावलब्धि तुम हाथे रे, लडथडतुं पण गजबचुं, गाजे गयवर साधेरे । देशो तो तुम ही भला बीजा तो नवि जाचुं रे, वाचक जस कहे सांई शुं,फल से ओ मुज साचुरे।
संभव.३
संभव,४
संभव..
RNVITA
मजयहि
मूलनायक श्री संभवनाथजी
३२. मोटी खावडी
Halchalodido.com
deaa000
0000000
THH
मोटी खावड़ी जैन मंदिर