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अहवा-तुह नाम परममंतं
अह सुगुरूणुवएसो निक्खेअहवा-तुह नाम परममंतं (गु.वि.) ५३ ।। अहवा वि चक्कवाले (पंच.) १४२५ अहऽवेइ सो सहावो तस्सं- (ध.सं.) २१३ अहवा दसणमोहं. (पं.सं.) ७८१ अहवावि दुगो अंको (सि.सा.)५५ अहवेगे सहगारे साहपसा- (प्र.प.) २८ अहवा दंसणमोहं (कर्म.) ३४५ अहवा वि न-मा-सद्दा, (चे.म.) ६८४ अहवेवं वयंतो होंतु (जी.अ.)२१७ अहवा दसवेआलिअवित्तीइ (ई.प.) १७ अहवा वि नमो अव्वय- (चे.म.) ६८३ अह वोसिरियसरीरो (आरा.२) ३३६ अहवा दिवढसयाउ अहवा (सू.प्र.) ६८ अहवा वि पवित्तस्सा (पंचा.) ५७६ अहसंकिलिट्ठा विसया (भा.कु.२) १८ अहवा दिसिव्वयाइसु (आरा.४)३२ अहवा वि फरिसणं (न.भा.) ६८ अह संघायण वुच्छं (क.ब.) १६ अहवा दुगंच नवगं (प्र.सा.) ४९७ अहवा वि भावभेया ओघेण (पंचा.) ९७ अह संताणो णेओ ज (ध.सं.) २३७ अहवा दुजोह-मय-मोह- (मा.उ.) ४ अहवा वि भावभेया, ओहेणं (चे.म.) १७४ अह सक्कविरयणाओ (उ.पं.) ४६ अहवा दुवस्सजायाय (जो.प.) १९ अहवा वि मज्झिमबलं, (ल.शु.) १०८ अह सक्कविरयणाओ (पंचा.) ९८५ अहवा दूरपणट्ठो संपइए (जी.प्र.) ९७' अहवा विविहायंक-ग्गत्था (न.मा.) १२।१५ अह सगणमागओ (आरा.२)१७१ अहवा देइ दिक्खं अत्तट्ठा (सं.प्र.) ८१५ अहवा विसमा विसया (वै.कु.) १८ अह सगयं वहणं चिय हेऊ (श्रा.प्र.) १४४ अहवा देसिअराइअ- (प्र.प.) ७५५ अहवा विसाइणो इह (वि.नि.)७ अह सड्डपुण्णिमीओ (प्र.प.) ६१८ अहवा धम्म विरुद्धं, (स.शा.) ११ अहवा विसेसियं चिय (वि.ण.) २३७ अह सति वि तम्मि भावो (ध.सं.) ८३३ अहवा धायइदीवे, जो (बृ.क्षे.) ६१७ अहवा वि हु तेणउई, (क.प्रा.१) ७० अह सत्तऽट्ठपयाई अणु- (ति.गा) १९१ अहवा नरयाउयं तेण, बद्धं (श्रा.दि.) ११४ अहवा वि होइ दुविहं (वै.र.) ६ अह सत्तमम्मि दिअहे पढमं (पंच.) १४६९ अहवा निच्छिअ सूरे, काले (सं.नि.) २६ अहवा वेगा गावी दोहण- (प.द.) ६२ अह सत्तमम्मि मासे (आरा.२)५९८ अहवा निदाउदओ एगो विहु (श.भा.) १०४५ अहवा संसयतामसमसेस- (चे.म.) ३२३ अह सत्तमम्मि मासे (र.सं.) ४८ अहवा पंचसउ च्चिय (वि.ण.) ४२ अहवा सग्गाओ च्चिय (ति.गा) २६५ । अह सत्तमविरईए, चउरो (चे.म.) ४६० अहवा पंडियमरणाइं (आरा.२) ४७ अहवा समाहिहेउं सागारं (आरा.२) ४३२ अहसत्तमाइ दिसितिय (प्र.पा.) २२ अहवां पच्चविऊणं स (वि.ण.) २८० अहवा सम्मइंसण-नाण- (गाथा.) ४९४ अह सत्तहुत्तरगुणा, (क्षुल्ल.) १० अहवा पडुच्चकालं न (ज.प्र.) १४ अहवा सरलसहावा सुयणा (षष्ठि.) ६३ अह सत्तामेत्तेणेव कारओ (ध.सं.) १६९ अहवा पढम इरिअं _ (ई.प.) २१ अह वासवा वि सव्वे (ति.गा) १९९ अह सद्दहति वि (द्वा.कु.) ५।१९ अहवा पणपन्नदससएहिं (वि.सा.)५३३ अहवा सव्वपसिद्धं (प्र.प.) १६४ अह सन्निवायभेया छावि (वि.वि.)१२० अहवा पयाणि ठविउं, _ (श्रा.भं.) १६ अहवा सासणसूरिं पासिअ (प्र.प.) ३३४ अह समयविहाणेणं पालेइ (पंच.) १३६३ अहवा पयाणि ठविउं अक्खे (प्र.सा.) १३३५ अहवा सिक्खचउक्के (प्र.प.) ५०५ अह समुचियदाणमिणं (दा.मा.) ७७ अहवा पयाणि ठविउं अक्खे (प.स्था.)९० अहवा सिरिपन्नवणावित्ती- (सि.सा.)६५ अह सम्ममवणयंगो (प्र.स.) १४ अहवा पिआगहाई पहाणपुरि-(प.वि.) ५६ अहवा सिवादेवीए, दिटुं (चे.म.) ६१५ अह सम्म मा मुणियम्मि (साधु.) ३३ अहवा बहुप्पयारं, असंख- (गाथा.) ६८३ अहवा सीहपमुहा हुंति (सं.मा.) १२५ अह सल्लुद्धरणत्थं खवगो (आरा.१)१६३ अहवा बिंति तिहा तं (आरा.१)७०६ अहवा सुअउवओगा सव्वे (स.श.) ११९ अह सव्वतो समंता (ति.गा) ६७६ अहवा भारहवासे, एए. (चे.म.) ५०४ अहवा सुइपाणं से (आरा.१)६२ अह सव्वदव्वपरिणाम- (ध.सं.) ८२७ अहवा भावारिजया, वीरो (सप्त.) १२० अहवा सुत्तनरेणं ववहारो (प.द.) ३६ अह सव्वपुत्तजेट्ठो सिरिमाली (न.मा.) ८.३३ अहवा भावेण विणा (आरा.३)३१६ अहवा सुरअडवीसाहार- (स.भा.) ७८ अह सव्वप्पामण्णं पुढो (पा.स.) ३१ अहवाभिमाणमत्तं ववहारो (उ.र.) ५३ अहवा होज्ज विणासो (आरा.१)६२७ अह सागाराउ च्चिय तत्तुल्लो (ध.सं.) ६४५ अहवा मइ छउमत्थे (वि.ण.) २३५ अहविगइचागमणु- (साधु.) १२ अह सा ण वत्थुधम्मो (ध.सं.) ४६५ अहवा मूलगुणाणं एते (पंचा.) ७२३ अहविग खंडे भरहे, (ल.सं.)४ अह सा पव्वमच्चेण (न.मा.) ८/१० अहवा रयहरणाइअउवगरणे (प्र.प.) ६५४ अह विग्गहम्मि चत्ते पत्ते (म.भा.) १४ अह सावगो वि कोई (आरा.१)३३२ अह वारे हिं राहो, नेस्य (ज्यो.) १०२ अह विण्णविति साहू (ति.गा) ७३० अह सावगो वि कोई (प.आ.) ९० अहवाऽऽरोवो वि भवे (प.द.) २३ अह विण्णविति साहू (ति.गा) ७७३ अह सावयअहिगारे (प्र.प.) २४० अहवा लोगपएसे, इक्किक्के (नि.ष.) २२ अह वित्थरं न सक्कसि, (आरा.५)७१ अह सा सग्गहगहिया (सं.दो.) १४५ अहवा लोगसभावं भावेज्ज (भ.भा.) ४२८ अह विद्दुम ल्हसणिययं (र.प.) ८९ अह सीसा वुड्डा अवि, (प.वि.) ९३ अहवा वत्थुसहावो विन्नेओ (पंच.) ६३२ अह विमलवाहणनिवं १ (वि.सा.)६६ अह सीसो रयहरणे कयंजली (बृ.व.) २६ अहवाऽवलंबिऊणं, (त.त.) ३९ अह विसए णणु एवं (ध.सं.) ४९४ अह सुइअसयल जगसिहर (क-६) ८८ अहवा वि कसाएहि, (पं.नि.) २७ अह विसया आगारो स (ध.सं.) ६८५ अह सुगुरूण सरूवं भणामि (सं.प्र.) ५०७ अहवा वि गुरू सम्मत्त- (षट्) ७४ अह विहलं तो ते कत्थ (जी.अ.)२१६ अह सुगुरूणुवएसो निक्खे- (सं.प्र.) ३३६
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